नई दिल्ली। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के साथ ही काशी और मथुरा का जिक्र किया। योगी ने विधानसभा में बुधवार को इन तीनों स्थलों का एजेंडा सामने रखा। योगी ने कहा कि ऐसा पहली बार देखने को मिला कि लोक आस्था के लिए भी बहुसंख्यक समाज को गिड़गिड़ाना पड़ा। अब नंदी बाबा (काशी) ने कहा कि हम क्यों इंतजार करें। उन्होंने रात में बैरिकेडिंग तुड़वा दी।
हमने मांगे तीन स्थान
योगी ने कहा कि जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने दुर्योधन से पाण्डवों के लिए पांच गांव मांगे थे, उसी तरह हमने यहां केवल तीन स्थल अयोध्या, मथुरा, काशी की बात की थी। योगी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि तब भी दुर्योधन ने कहा था कि सुई की नोक के बराबर जगह नहीं दूंगा तो महाभारत होना ही था। वोट बैंक के लिए हमारी संस्कृति व आस्था को रौंदने वाले आक्रांताओं का महिमामंडन किया गया, जिसे अब देश स्वीकार नहीं करेगा।
सपा ने साधा निशाना
योगी के इस बयान राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। सपा की ओर से इस पर प्रतिक्रिया आई है। सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि बाबरी मस्जिद का मसला सुप्रीम कोर्ट ने सुलझा दिया। अब ज्ञानवापी, मथुरा, ताजमहल, कुतुब मीनार है। तीन हजार मस्जिदें निशाने पर हैं। ये सिलसिला कहां जाकर रुकेगा।
वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश
सपा सांसद ने आगे कहा कि चुनाव सिर पर है। वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश की जा रही है। सरकार के पास बताने के लिए कुछ नहीं है। सभी लोग साथ रह रहे हैं। आज ये क्यों हो रहा है। क्या इन लोगों को एहसास नहीं कि इन चीजों से देश कितना कमजोर होगा। देश के अंदर अच्छा माहौल होना चाहिए।