अमेठी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, किया कोका-कोला बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन

सुरजीत यादव

अमेठी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अमेठी जिले में दक्षिण पश्चिम एशिया के सबसे बड़े बेवरेज प्लांट अयोध्या-प्रयागराज हाईवे पर स्थित इंडस्ट्रियल एरिया त्रिशुंडी में 900 करोड़ रुपए की लागत से बने कोका-कोला बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री व अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी, अमेठी प्रभारी मंत्री गिरीश चंद्र यादव, मंत्री नंद गोपाल नंदी, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, अमेठी जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि समेत कई बड़े बीजेपी नेता और विधायक मौजूद रहे।

बता दें कोकाकोला ने अमेठी में 760 करोड़ रुपये खर्च कर अपना एसएलएमजी बाटलिंग प्लांट स्थापित किया है। औद्योगिक क्षेत्र त्रिशुंडी में 34.48 एकड़ भूमि पर स्थापित प्लांट का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर 03 बजे के करीब अमेठी के त्रिसुंडी औद्योगिक क्षेत्र में पहुंचकर सोमवार को किया गया। प्रोजेक्ट में करीब 900 लोगों को सीधे रोजगार मिलने की उम्मीद है। अमेठी के विकास को लेकर केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति इरानी के साथ योगी व मोदी सरकार भी लगातार फिक्रमंद हैं। एक के बाद एक कल-कारखानों का शुभारंभ कराकर स्मृति अपने संसदीय क्षेत्र में रोजगार सृजन की दिशा में तेजी से बढ़ने के साथ विकास को भी रफ्तार देने में लगी हैं। बीते 25 अगस्त को केंद्रीय मंत्री स्मृति ने औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर में 433 करोड़ की लागत से स्थापित 13 इकाइयों का लोकार्पण किया था।वहीं 13 अक्टूबर को गौरीगंज के कौहार मैदान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय मंत्री स्मृति के साथ सात सौ करोड़ से अधिक की लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया था।

जमकर बरसे पूर्वती सरकारों पर योगी

इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्ववर्ती सरकारों पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि, ‘पहले की सरकारों के पास औद्योगिक नीति के लिए कोई विजन नहीं था। पहले की सरकारों के पास परिवारवाद और जातिवाद से ऊपर सोचने का समय ही नहीं रहता था। जब से डबल इंजन की सरकार बनी है तब से निवेशकों का भरोसा उत्तर प्रदेश में बढ़ा है।’ उन्होंने आगे कहा, जो व्यक्ति जातिवाद और परिवारवाद के बारे में सोचने के लिए ज्यादा समय लगाता हो वह निवेश के बारे में कैसे सोच सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि दुर्भाग्य से उत्तर प्रदेश की सत्ता इन्हीं लोगों के हाथों में थी।

Related Articles

Back to top button