नई दिल्ली। हाजीपुर से सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान तीसरी मोदी कैबिनेट में शामिल हो गए हैं। मोदी 3.0 में उन्हें फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय मिला है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान मोदी कैबिनेट में शामिल होने के साथ ही कंगना रनौत को लेकर भी चर्चा में हैं।
कंगना के थप्पड़ कांड पर बोले चिराग पासवान
डीएनए से बातचीत में चिराग पासवान ने राजनीतिक मुद्दों पर ढेर सारी बातें कीं। इसी के साथ उन्होंने कंगना रनौत के थप्पड़ कांड पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वह CISF कॉन्सटेबल कुलविंदर कौर का दर्द समझ सकते हैं।
‘हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति की आजादी’
चिराग पासवान ने कहा, ”ये गलत है, आप अपनी बात कहने के लिए गाली या हाथापाई का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति की आजादी है, अपनी बात रख सकता है। मैं महिला कॉन्सटेबल की भावना को समझ सकता हूं, उनकी मां बैठी थीं, उनको बुरा लगा होगा, लेकिन वो अपनी बात को मर्यादित शब्दों में कह सकती थीं। मुझे लगता है कि तब उनकी बात की गूंज ज्यादा होती। अगर वो कड़े शब्दों में अपना ऐतराज दर्ज करातीं और कहतीं कि आपने ऐसा क्यों कहा था, मेरी मां थीं वहां पर मुझे दुख पहुंचा। आपने हाथ उठाकर अपनी भावना को छोटा कर दिया।”
चिराग यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, ”हर किसी को सोच और अभिव्यक्ति की आजादी है। कंगना ने अपनी बातों को रखा और वो (सीआईएसएफ कर्मी) भी अपनी बातों को ऐसे ही रख सकती थीं। कोई व्यक्ति, किसी भी महिला या पुरुष पर हाथ नहीं उठा सकता। मैं ये नहीं कह रहा कि सिर्फ महिला पर हाथ नहीं उठना चाहिए। पुरुष पर भी हाथ उठाना गलत है। आप विरोध दर्ज कराइए लेकिन मर्यादित शब्दों में कराइए।”