निर्माणाधीन विद्यालय बन सकता है बच्चों के लिए खतरे की घंटी

जगदीशपुर -अमेठी। आधुनिक युग मे जहां भूकम्प रोधी इमारतों के बनने का दौर जारी है वहीं निर्माणाधीन प्राथमिक विद्यालय आरसीसी विधि से ना बनाकर पीले ईट से बुनियाद भरकर तैयार किया जा रहा है जो भविष्य मे टिकाऊ ना होकर पढने वाले बच्चों के लिए खतरे की घंटी बन सकता है जिसे लेकर ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है ।

विकास खंड के अन्तर्गत स्थित ग्राम पंचायत इटरौर मे निर्माणाधीन प्राथमिक विद्यालय जो मानक व गुणवत्ता को ताक पर रखकर पीले ईटों की बुनियाद भरकर लगभग दो इंच प्लास्टर लगाते हुए बिम डालना भी मुनासिब नहीं समझा चुनाई करते हुए निर्माण कार्य जोरो के साथ जारी है ग्रामीणों की मानें तो विद्यालय आरसीसी व बिम के माध्यम से बनाना चाहिए जो टिकाऊ होकर बच्चों के लिए वरदान साबित हो सकता है मानक के विपरीत निर्माणाधीन विद्यालय पर ना जाने क्यूं विभागीय अधिकारी भी गौर नहीं कर रहे हैं। इस संबंध मे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जल्द ही निर्माणाधीन विद्यालय की जांच कराई जाएगी तथा निर्माण कार्य मे अनियमता पाए जाने पर कडी कार्यवाई की जाएगी ।

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