बेसिक तथा अन्य विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी प्रश्न बैंक पुस्तक:राकेश सचान

  • बेसिक के शिक्षक द्वारा सामाजिक विषय पर आधारित रचित पुस्तक प्रश्न बैंक का सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग,रेशम,हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान ने किया विमोचन

निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ

शिक्षाक्षेत्र बख्शी का तालाब के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गोहनाखुर्द के वरिष्ठ सहायक अध्यापक एवं अध्यक्ष पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ लखनऊ सुरेश जायसवाल द्वारा रचित कक्षा सात के सामाजिक विषय पर आधारित प्रश्न बैंक पुस्तक का विमोचन उत्तर प्रदेश सरकार के सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग,रेशम,हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान द्वारा शनिवार को किया गया। उक्त कार्यक्रम में सुरेश जी के अलावा पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ की लखनऊ जनपदीय इकाई के महामंत्री विनोद कुमार राय,जनपदीय इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीप्रकाश चन्द्र तिवारी, गोसाईंगंज ब्लॉक के मंत्री मोहिंदर पाण्डेय व कमरूज्जमा उपस्थित रहे।

इस अवसर पर मंत्री राकेश सचान ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक सुरेश जायसवाल द्वारा रचित कक्षा सात के सामाजिक विषय पर आधारित यह प्रश्न बैंक पुस्तक बेसिक तथा अन्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी।उन्होंने कहा कि समय बदलने के साथ ही परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई का ढंग भी बदल रहा है। घर के मुखिया का सपना होता है, कि उसका बच्चा इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाई करके आगे चलकर अच्छे पद तक पहुंचे। इंग्लिश मीडियम स्कूलों को पछाड़ते हुए उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालय भी अब आगे बढ़ रहे हैं, जिसकी रफ्तार दिन-ब-दिन तेज हो रही है। बच्चों के स्वर्णिम भविष्य को संवारने की दिशा में पूर्व माध्यमिक विद्यालय गोहनाखुर्द के शिक्षक सुरेश जायसवाल समर्पित हो गए हैं। स्कूल से लेकर घर तक बच्चों को बेहतर दिशा प्रदान करने की दिशा में कुछ न कुछ करते रहते हैं। बच्चों की सुविधा के लिए ‘सामाजिक विषयों पर आधारित प्रश्न बैंक किताब लिखी है, जिसमें प्रश्नों को काफी सरल ढंग से पूछा गया है।उक्त पुस्तक बेसिक के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क रूप से वितरित की जाएगी।

कार्यक्रम के अंत में मंत्री श्री सचान ने इस सराहनीय कार्य के लिए शिक्षक श्री जायसवाल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रश्न बैंक पुस्तक के रचयिता शिक्षक सुरेश जायसवाल ने कहा कि बेसिक शिक्षा में अध्ययनरत निर्धन बच्चों को किस प्रकार से उन बच्चों में समक्ष खड़े होने के इतना काबिल बनाया जाए। जिससे वह अपने समाज में एक बेहतर स्थान बना सके। मन में हमेशा से एक गूँज बनी रहती थी, कि वह कौन सा माध्यम होगा। जिससे इन बच्चों के सपनों को पंख दे सकूँ। ऐसे में जब अपनी दुविधा को पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी के समक्ष रखा और उन्होंने मेरा मार्गदर्शन करते हुए विद्यालय के बच्चों को सिल्वर जोन द्वारा आयोजित हिन्दी ओलंपियाड में प्रतिभाग कराने का सुझाव दिया। यह प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होती है। लेकिन परिषदीय विद्यालयों की प्रतिभागिता की कल्पना किसी ने नहीं की थी। बच्चों को प्रतिभाग कराने के लिए हिन्दी से संबंधित प्रश्नों का संकलन कर उन्हें नियमित अभ्यास कराया। जिसका प्रतिफल सकारात्मक रहा और मेरे विद्यालय पूर्व माध्यमिक विद्यालय गोयला बीकेटी लखनऊ के छात्रों ने लखनऊ जनपद में प्रथम स्थान और पूरे भारत में 109 वां स्थान प्राप्त कर परिषदीय विद्यालयों का मान बढ़ाया।उन्होंने बताया कि पहले इस प्रतियोगिता में सिर्फ प्राइवेट स्कूलों के बच्चे ही प्रतिभाग किया करते थे। इस परिणाम ने मेरे विचारों को आलम्बन प्रदान किया कि परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को सही मार्गदर्शन प्रदान किया जाए, तो वे अपने जीवन में उत्तम स्थान प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्नों का संकलन हिन्दी विषय के साथ-साथ इतिहास भूगोल और नागरिक शास्त्र पर भी किया गया, जो उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संचालित पुस्तकों पर आधारित हैं।वहीं अलग-अलग पन्नों पर चुने प्रश्नों को विषय और प्रकरण के अनुसार व्यवस्थित कर मैंने इसे एक पुस्तक का आकार प्रदान किया है । यह पुस्तक न केवल छात्रों को विषय की समझ को परखने में मदद करेगी, बल्कि आगे चलकर प्रतियोगी परीक्षाओं में भी एक सहायक पुस्तक सिद्ध होगी।अंत में श्री जायसवाल ने कहा कि इस सपने को साकार रूप देने के लिए विशेष रूप से अपने इस पुस्तक की प्रेरणा मिशन शिक्षक संवाद पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्व.प्रवीण मणि त्रिपाठी एवं वर्तमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरूण कुमार का विशेष रूप से आभार व्यक्त करता हूँ।

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