प्रदेश के होटलों के बिल्डिंग बाइलाज में बदलाव की आवश्यकता: मुख्यमंत्री

-नगर निगम का दर्जा देने के बाद शाहजहांपुर को मुख्यमंत्री का एक और उपहार

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में टूरिज्म पोटेंशियल को बढ़ाने के लिए होटलों के बिल्डिंग बाइलाज में बदलाव किये जाने की आवश्यकता बतायी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने शाहजहांपुर में तेजी से बढ़ते औद्योगिक विकास और बढ़ती आबादी को देखते हुए सुनियोजित विकास के लिए शाहजहांपुर विकास प्राधिकरण के गठन का निर्देश भी दिया है।

आवास विकास विभाग के अधिकारियों के साथ सोमवार को एक अहम बैठक में प्रदेश में होटल इंडस्ट्री के विकास पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के टूरिज्म पोटेंशियल को प्रोत्साहित करने के प्रयासों का ही परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरा है। देश से सबसे ज्यादा पर्यटक उत्तर प्रदेश में आते हैं। इन सकारात्मक परिस्थितियों ने होटल इंडस्ट्री के लिए अपार संभावनाओं को जन्म दिया है। बड़ी संख्या में होटलों की आवश्यकता का अनुभव किया जा रहा है। होटल इंडस्ट्री को प्रोत्साहित करने के लिए हमें अपने बिल्डिंग बाइलॉज में परिवर्तन करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि आवासीय क्षेत्र में 06 कमरों से 20 कमरों तक के होटल निर्माण के लिए न्यूनतम भूमि और होटल तक पहुंच मार्ग की चौड़ाई की न्यूनतम सीमा में बदलाव किया जाना चाहिए। साथ ही, पार्किंग, सिक्योरिटी और फ़ायर सेफ्टी जैसे अतिमहत्वपूर्ण विषयों में मानक का सख्ती से अनुपालन कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हालिया वर्षों में शाहजहांपुर व आस-पास के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की अनेक परियोजनाओं से यहां एक ओर जहां औद्योगिक विकास तेज हुआ है, वहीं, आबादी में भी बढ़ोतरी देखी गई है। वर्तमान सरकार के पहले कार्यकाल में ही शाहजहांपुर को नगर निगम बनाया गया है। यहां पूर्व से ही विनियमित क्षेत्र है। हाल ही मंत्री यहां का मास्टर प्लान-2031 भी तैयार कराया गया है। अब आवश्यकता है कि शाहजहांपुर विकास प्राधिकरण का गठन किया जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विकास प्राधिकरण के गठन करते समय यह ध्यान रखा जाए कि प्राधिकरण के अंतर्गत आ रहे गांवों में आबादी की भूमि को ग्रीन लैंड कतई न घोषित किया जाए। आम आदमी को किसी प्रकार की समस्या न हो।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में अनेक सरकारी भवन या तो उपयोग में नहीं है अथवा निर्माण कार्य अधूरा है, इन्हें चिन्हित कर पूरा करायें और सदुपयोग किया जाए। साथ ही उन्होंने पीएम जनविकास कार्यक्रम के कार्यों के तेजी लाने के निर्देश भी दिए।

Related Articles

Back to top button