केंद्र को विपक्ष का सभ्य आचरण रास नहीं आ रहा : डेरेक ओ ब्रायन

कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने एक बार फिर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आज कहा कि केंद्र को विपक्ष का सभ्य आचरण रास नहीं आ रहा है।

विपक्ष के 14 सांसदों के संसद से निलंबित रहने के बीच मंगलवार को तंज कसते हुए डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि सरकार शायद चाहती है कि विपक्षी सदस्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमेश बिधूड़ी और बृजभूषण शरण सिंह की तरह बर्ताव करें, जो कदाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

लोकसभा में विपक्ष के करीब सौ और राज्यसभा में 46 सांसदों को हाल में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन से निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बयान दिए जाने और चर्चा कराने की मांग को लेकर दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन पर यह कार्रवाई की गयी। निलंबित होने वाले सांसदों में शामिल ओ ब्रायन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में सरकार पर निशाना साधा और लोकसभा में साम्प्रदायिक टिप्पणी करने के आरोपित बिधूड़ी तथा छह महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण शरण सिंह का जिक्र किया। बिधूड़ी के खिलाफ आरोप की जांच संसद की विशेषाधिकार समिति कर रही है।

राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता ओ ब्रायन ने लिखा कि संसद के सबसे अच्छा व्यवहार करने वाले दो सांसद -रमेश बिधूड़ी और बृजभूषण सिंह लोकसभा की शोभा बढ़ा रहे हैं। शायद मोदी सरकार चाहती है कि विपक्ष में हम सभी लोग संसद से निलंबित होने से बचने के लिए उनकी तरह बर्ताव करें।

उल्लेखनीय है कि विपक्ष के ज्यादातर सांसदों को शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था और 29 दिसंबर को सत्रावसान के साथ ही उनका निलंबन रद्द कर दिया गया था। इसके बावजूद राज्यसभा के 11 और लोकसभा के तीन सदस्य अब भी निलंबित हैं। इन सांसदों के निलंबित रहने के कारण आगामी बजट सत्र में उनके भाग लेने के बारे में स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।

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