बलिया। कम्पनी बाग स्थित चन्द्रशेखर उद्यान में गुरूवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी क्रांतिवीर निलाम्बर—पिताम्बर खरवार की शहादत दिवस मनाया गया। इस दौरान लोगों ने अमर शहीद नीलाम्बर पीतांबर खरवार के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके जीवनी पर प्रकाश डाला। प्रकृति शक्ति फाउण्डेशन व खरवार समाज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शिवशंकर खरवार ने कहा कि निलाम्बर—पिताम्बर खरवार दोनों भाई गुरिल्ला युद्ध में माहिर थे। यह दोनों भाई इतना पराक्रमी थे की सैकड़ों ब्रिटिश आक्रमणकारियों को तबाह कर दिये थे। इन सहोदर भाई ने देश को आज़ाद कराने के लिए अपने प्राणों का आहुतियां दे दी ब्रिटिश इतने डरे हुए थे इन दोनों भाइयों से की, बिना सजा सुनाए ही 28 मार्च 1859 को फांसी दे दी। शहीद नीलांबर पीतांबर की सहादत व्यर्थ नहीं गई। उनका मकसद था कि अपने हक और अधिकार की लड़ाई एक जुट होकर लड़ना होगा। अपने लोगो को जागरूक करना आज उन्हीं का पद चिन्हों पर हम लोगो को चलना है। आज पूरा खरवार समाज के लोग संगठित है। यह बहुत बड़ा मिसाल है। इस मौके पर खरवार समाज के तमाम लोग मौजूद रहे।