बाराबंकी। लेखपाल को रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने जिलाधिकारी आवास के सामने से रंगेहाथ पकड़ लिया। लेखपाल ने खारिज दाखिल करने के लिए 50 हजार रुपए मांगे थे। 20 हजार रुपए में बात तय हो गई थी। शिकायतकर्ता की सूचना पर पैसा गिनते हुए लेखपाल को गिरफ्तार किया गया।
तहसील नवाबगंज का लेखपाल मनोज कुमार सिंह मसौली के भयारा ग्राम पंचायत में कार्यरत है। बड्डुपुर के खिंजना गांव निवासी मनोज करीब तीन महीने पहले बहादुरपुर ग्राम पंचायत से स्थानांतरित होकर भयारा आया था। ग्राम पंचायत भयारा के शिकायतकर्ता मनोज आनंद ने खारिज दाखिल के लिए लेखपाल से संपर्क किया।
लेखपाल ने मांगे थे 50 हजार रुपए, 20 हजार पर तय हुई थी बात
लेखपाल ने 50 हजार रुपए की मांग की। आनंद ने इतने पैसे देने में असमर्थता जताई। अंत में 20 हजार रुपए पर बात तय हुई। मंगलवार को पहले तो लेखपाल ने उन्हें कांशीराम कालोनी के पास बुलाया, लेकिन बाद में स्थान बदल दिया। फिर डीएम आवास के सामने साईं स्वीट्स पर करीब दो बजकर 50 मिनट पर बुलाया, जहां पर शिकायतकर्ता ने पहली किस्त पांच हजार रुपए की दी।
नोट गिन रहा था लेखपाल, टीम ने दबोचा
पैसों की गिनती लेखपाल कर ही रहा था कि टीम ने उसे धर दबोचा। आरोपी लेखपाल को लेकर टीम कोतवाली पहुंची, यहां पर पूछताछ कर बयान लिए गए। अंत में टीम उसे अपने साथ अयोध्या लेकर चली गई। अब इसे गोरखपुर की एंटी करप्शन जेल भेजा जाएगा।