पुस्तकें शिक्षार्थियों की जीवन साथी हैं : सन्तोष देव पांडेय

सोशियो स्टोरी फाउंडेशन ने पढ़े भारत कार्यक्रम के तहत परिषदीय विद्यालयों में बांटी किताबें

बाराबंकी। पुस्तकें शिक्षार्थियों की जीवन साथी हैं, विद्यार्थी जितना पुस्तकों से प्रेम कर उन्हें पढ़ेंगे, उनका ज्ञान उतना ही मजबूत होगा। यह विचार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सन्तोष देव पांडेय ने बड़ेल स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में सोशियो स्टोरी फाउंडेशन दिल्ली द्वारा पढ़े भारत कार्यक्रम के तहत परिषदीय विद्यालयों में पुस्तकालय हेतु पुस्तक वितरण करते हुए व्यक्त किये। सोशियो स्टोरी फाउंडेशन की संस्थापिका शिक्षाविद रचना दीक्षित ने 40 पुस्तकों का सेट विद्यालयों के शिक्षकों को प्रदान कराते हुए अतिथियों का स्वागत किया। कहा कि सोशियो स्टोरी फाउंडेशन शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और शिक्षा उन्नयन में पुस्तकों की उपलब्धता अहम भूमिका निभाती हैं, इसी सोंच के साथ पढ़े भारत कार्यक्रम से प्रेरित होकर गांव के परिषदीय विद्यालयों में बाल कहानियों, व प्रेरणादायी पुस्तकों के सेट उपलब्ध कराकर विद्यालयों में बाल पुस्तकालय हेतु पुस्तकों की व्यवस्था कराने का कार्य कर रहा है।

साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा निदेशालय के पूर्व सलाहकार अरुण दीक्षित ने बच्चों को पुस्तकें देते हुए कहा कि गांवों के बच्चों के लिए पुस्तकें उपलब्ध कराने का सोशियो स्टोरी फाउंडेशन प्रयास सराहनीय है। वहीं शिक्षाविद व समाजसेवी रत्नेश कुमार ने कहा कि बालको के बालमन को कहानियां बहुत प्रभावित करती हैं, अच्छी व प्रेरणादायक कहानियों की यह पुस्तकें बच्चों के जीवन को प्रभावित करेंगी। फाउंडेशन के कार्यकर्ता समाजसेवी राघवेश तिवारी ने बताया कि यह पुस्तक फाउंडेशन ने अपने निजी स्रोतों से वितरित करने की अनूठी पहल की है।

इस मौके पर उच्च प्राथमिक विद्यालय बड़ेल, प्रावि बड़ेल, उच्च प्राथमिक विद्यालय ईचौलिया, चाइल्ड फ्रेन्डली स्कूल, छंदवल सहित आधा दर्जन स्कूलों के प्रधानध्यापको को पुस्तकों का सेट प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जिला समन्वयक विनीता मिश्रा व बेसिक शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों सहित फाउंडेशन के वरिष्ठ कार्यकर्ता व समाजसेवी, दीपक पाठक, अविनाश त्रिपाठी, स्पर्श श्रीवास्तव, अमित पांडेय सहित तमाम बच्चे उपस्थित रहे।

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