ब्लाक मछरेहटा में एक के बाद एक खोल रहे मनरेगा घोटाले ।

मनरेगा कार्य में श्रमिक की स्थान पर जे सी बी मशीन से कराया जा रहा कार्य|

जे सी बी मशीनें कर रही मनरेगा कार्य, जिम्मेदार फर्जीबाड़े से लगा रहे ,मनरेगा श्रमिक हाजिरी।

सचिव ध्यान नहीं देते है, आपने बताया तो मुझे पता चल रहा है ,मैं इसको दिखवाती हूँ ।

अर्चना सिंह
अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी

सीतापुर। विकास खंड मछरेहटा में जारी आदेशो को दर किनार जमकर मनरेगा कार्यों में घोटाला किया जा रहा है, जिम्मेदार अपनी जेब भरने के लिए नए नए तरीके निकाल रहे है, मनरेगा कार्य के माध्यम से सरकार का उद्देश्य है की ग्रामीण क्षेत्र में गरीब परिवार जिनके पास रोजगार नहीं है, जीविका चलाने के मजदूरी पर निर्भर है ,उनको मनरेगा के माध्यम से गांव में ही रहकर रोजगार मुहैया कराया जा सके। लेकिन जिम्मेदार काली कमाई से अपनी जेबें भरने के लिए मनरेगा कार्यों में पहले जे सी बी मशीन से कार्य कराते है, उसके बाद फर्जी तरीके से श्रमिको को हाजिरी लगा कर सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए जमकर घोटाला कर रहे है।
बताते चले की विकास खंड मछरेहटा की ग्राम पंचायत राजेपारा में मनरेगा से तालाबों की खुदाई व जीर्णोधार के नाम पर प्रतिदिन फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है, राजेपारा ग्राम पंचायत के रघुनाथपुर कुंभी तालाब की खुदाई और ग्राम पंचायत एक अन्य मजरे में कुंभी तालाब की खुदाई कार्य किया जा रहा है, दोनो ही कार्यों में जिम्मेदारों ने जमकर घोटाला किया है। सूत्रों की माने तो रघुनाथपुर कुंभी तालाब का लाखो रुपए का स्टीमेट बनाया गया है, पूरे तालाब में काम के नाम पर 700 रूपये में तालाब की कुंभी निकलवाई गई है, और श्रमिको को जगह जे सी बी मशीन ने एक दिन में पूरा कार्य कर दिया, खानापूर्ति करने के लिए दो दिन श्रमिको से काम करा दिया गया है। उसके बाद से लगातार जिम्मेदारों के द्वारा फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। अब ऐसे सवाल यह भी है की आखिर इतना बड़ा खेल किसके संरक्षण में चल रहा है, विकास खंड से महज दो किलोमीटर की दूरी पर गर्ज रही जे सी बी मशीनें फिर जिम्मेदारों के कानो तक नही पहुंच रही आवाज, फिर सिक्कों की खनक के सामने आवाज को दबा दिया जा रहा है।

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