नई दिल्ली। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं और भाजपा अपनी रणनीति के तहत अभी से चुनाव प्रचार में जुट गई है। वहीं, अब भाजपा अपनी तैयारियों को अगले स्तर पर ले जाने के लिए 70 दिनों में 11 बड़े पैमाने पर आउटरीच कार्यक्रम चलाएगी जो 15 मार्च से पहले पूरे हो जाएंगे। सूत्रों ने बताया यह कार्यक्रम लोकसभा चुनावों से पहले पूरे कर लिए जाएंगे।
सूत्रों ने एएनआई को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी ने अपने चार राष्ट्रीय महासचिवों को जिम्मेदारी दी है, सभी को अलग-अलग प्रभार दिया गया है।
भाजपा अपने मोर्चे के जरिए जमीनी स्तर तक जाएगी
इससे पहले राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश में चार जातियां हैं, जिनके विकास के लिए हमें निरंतर प्रयास करना होगा, जिनमें गरीब, महिलाएं, किसान और युवा शामिल हैं। भाजपा अपने मोर्चे के जरिए जमीनी स्तर तक जाएगी। देश के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने के लिए मोर्चों को चार कार्यक्रम दिए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र की नेता विजया रहाटकर और देश के दक्षिणी हिस्से से वनिथि श्रीनिवासन 1.25 करोड़ महिला स्वयं सहायता समूहों से संपर्क करेंगी और उन्हें भाजपा की लाभकारी योजनाओं से अवगत कराएंगी। इन महिला स्वयं सहायता समूहों को भाजपा में शामिल किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका वोट भाजपा को मिले।
इनको सौंपी की जिम्मेदारी
सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव, तरुण चुघ को महिला स्वयं सहायता समूह और एनजीओ का प्रभारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि एसटी मोर्चा की कमान राधा मोहन दास अग्रवाल को सौंपी गई है, अल्पसंख्यक मोर्चा की देखरेख दुष्यंत गौतम करेंगे और स्वनिधि योजना की देखभाल अरविंद मेनन करेंगे।