मन की बात कार्यक्रम का 107 वां एपिसोड हुआ प्रसारित
जैदपुर-बाराबंकी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का रविवार को 107वां एपिसोड प्रसारित हुआ। जिसका आकाशवाणी पर सीधा प्रसारण हुआ। जिसे सुनने के लिए कस्बा जैदपुर के मोहल्ला अली अकबर कटरा में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम से भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य ने प्रदेश मंत्री अर्चना मिश्रा को बुके देकर स्वागत किया। साथ ही भाजपा से नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी रहे अबू उमेर अंसारी ने कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन के दौरान यहां से लाइव तस्वीरें दिखाई गई। कार्यक्रम के शुभारंभ में डॉ. अंबेडकर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अंगीकार किया था। जब साल 2015 में हम बाबा साहेब आंबेडकर की 125वीं जयंती मना रहे थे, उसी समय 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाने का विचार आया था। उसके बाद से हर साल हम इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। इसके आगे पीएम मोदी ने कहा कि ‘आज 26 नवंबर है और इस दिन को हम कभी नहीं भूल सकते। आज ही के दिन देश पर सबसे जघन्य आतंकी हमला हुआ था।आतंकियों ने मुंबई और पूरे देश को थर्रा कर रख दिया था। लेकिन ये भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबरे और अब पूरे हौंसले से आतंक को कुचल रहे हैं। मुंबई हमले में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं। पीएम मोदी ने जल संरक्षण की अपील करते हुए कहा की भारत में 65 हजार अमृत सरोवर बनाए गए है। भारतीयों द्वारा पेटेंट आवेदन में तेजी आई है। डिजिटल पेमेंट को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि अब लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट कर रहे है। इन दिनों कुछ परिवारों में विदेशों में जाकर शादी करने का नया वातावरण बन रहा है, ये जरूरी है क्या? भारत की मिट्टी में भारत के लोगों के बीच अगर हम शादी ब्याह करेंगे तो देश का पैसा, देश में रहेगा। छोटे छोटे गरीब लोग भी अपने बच्चों को आपकी शादी की बातें बताएंगे। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि मैंने वोकल फॉर लोकल की अपील की थी और बीते कुछ दिनों में त्योहारों पर देश में चार लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है। वोकल फॉर लोकल अभियान समृद्ध भारत के द्वार खोल रहा है। इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। इसी दौरान उन्होंने कहा की संविधान सभा में 15 महिलाएं थी। इन्हीं में से एक हंसा मेहता ने महिलाओं के अधिकार और न्याय की आवाज बुलंद की थी। उस समय भारत उन कुछ देशों में से था, जिन्होंने महिलाओं को संविधान से वोटिंग का अधिकार दिया।
प्रधानमंत्री ने बताया संविधान के निर्माण में दो साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा। 60 से ज्यादा देशों के संविधान का अध्ययन के बाद संविधान का ड्राफ्ट तैयार हुआ था और उसे अंतिम रूप देने से पहले दो हजार से ज्यादा संशोधन किए गए। 1950 में संविधान लागू होने के बाद भी अब तक कुल 106 संविधान संशोधन किए जा चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य रहा कि संविधान का पहला संशोधन बोलने की आजादी और अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकारों में कटौती के लिए हुआ। वहीं 44वें संविधान संशोधन के जरिए आपातकाल के दौरान की गई गलतियों को सुधारा गया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व संयोजक विजय बहादुर पाठक, प्रदेश मंत्री व सहसंयोजक अर्चना मिश्रा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष श्वेता सिहं मंडल अध्यक्ष जैदपुर संजय अवस्थी, संदीप तिवारी, जितेंद्र वर्मा, हारून राइन, हारून सिद्दीकी, अजीम अंसारी सही तो बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। लोग मौजूद रहें