सहारनपुर और शामली के युवकों की मॉब लिंचिंग के दोषियों को सज़ा देने के लिए अल्पसंख्यक कांग्रेस ने प्रदेश भर से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
लखनऊ- छत्तीसगढ़ में सहारनपुर व शामली निवासी युवकों के साथ मॉब लिंचिंग की घटना के विरोध में आज अल्पसंख्यक कांग्रेस ने जिला अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भेजकर कार्यवाई की मांग की है.
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जब से भाजपा के पक्ष में लोकसभा चुनाव परिणाम आए हैं तभी से भाजपा और एनडीए को वोट न करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों की हत्यायें की जा रही हैं और उनके साथ हिंसा की घटनाएं बढ़ गयी हैं. ये हत्याएं विशुद्ध तौर पर विरोधी मतदाताओं की राजनैतिक हत्यायें हैं जिनमें भाजपा और आरएसएस से जुड़े अपराधी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि 7 जून को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और महासमुंद सीमा पर सहारनपुर निवासी सद्दाम कुरैशी (23), उसके चचेरे भाई गुड्डू खान (35) और चांद मिया खान (23) मवेशी लेकर जा रहे थे. जिन्हें भाजपा से जुड़े अपराधियों ने महानदी नदी के पुल पर रोक कर हमला कर दिया और मरा समझकर फेंक दिया. पुलिस को तीनों पुल के नीचे पड़े मिले थे. दो की उसी दिन मौत हो गई जबकि जीवित बचे एकमात्र चश्मदीद सद्दाम ने 18 जून को दम तोड़ दिया.
इन तीनों युवकों के हत्यारे आज़ाद घूम रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकारी संरक्षण प्राप्त है.
उन्होंने बताया की ज्ञापन के माध्यम से निम्न मांगे की गयीं-
1- घटना में शामिल सभी गुंडों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
2- एस०पी० व डी० एम० को तत्काल निलंबित किया जाए।
3- मरने वाले व्यक्तियों के परिवार को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी की व्यवस्था की जाये।
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