पच्चीस सालो से सांसद विहीन है सीतापुर,विकास के नाम पर जनता को छलने का काम किया है सांसदों ने
वर्तमान सरकार व सांसद ने जनता को छलने का काम किया है,जँहा एक और केंद्र सरकार अपने पुराने वादे पूरे नही किये प्रति वर्ष दो करोड़ लोगों को नौकरी का वादा, महंगाई कम करने का वादा, किसानों की दो गुनी आय जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार फेल रही है, वही दूसरी तरफ सीतापुर के सांसद ने भी विकास कार्यो के नाम पर कोई कार्य नही किया है, सीतापुर 25 सालो से सांसद विहीन है, यही कारण है जिससे में जीतकर आऊंगा और विपक्षी हार का मुह देखेंगे।
सीतापुर।
चुनाव की घोषणा होने के बाद से देश में राजनीति के गलियारों में सरगर्मियां तेज हो गयी है, सभी दल अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए हर प्रकार की जुगत लगा रहे है, कोई भी दल व उसके प्रत्याशी किसी भी प्रकार से अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए हर सम्भव प्रयास करने में लगे है, शिर्ष नेतृत्व में भी बैठे हुए सभी नेता हर सीट पर ऐसे महारथी को उतारना चाह रहे है जो किसी भी तरह से जीतकर अपनी सीट को उनकी झोली में डाल सके। इसी क्रम में इंडिया गठबन्धन ने बुधवार की शाम को सीतापुर की राजनीति में उस समय उथल पुथल मचा दी जब पहले से घोषित प्रत्याशी नकुल दुबे का टिकट काट कर राकेश राठौर को अपना प्रत्याशी बना दिया,नाम की घोषणा होने के बाद पक्ष व विपक्ष दोनो ही दलों में खलबली सी मच गयी, जँहा एक और भाजपा के प्रत्याशी व समर्थक नकुल दुबे के मैदान में आने के बाद अपनी जीत को तय मान चुके थे, वही राकेश राठौर के नाम के ऐलान होते ही आसान सी जीत दिखने वाली कठिन राह से गुजरते हुए दिखाई देने लगी, तो वही इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता व समर्थको में खुशी की लहर दौड़ गयी क्योकि नकुल दुबे के जगह जगह हो रहे विरोध से सभी हताश व निराश हो गए थे, राकेश राठौर को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ साथ पार्टी के समर्थकों में भी जान फूंक दी।
इसी क्रम में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी से जब हमारे संवाददाता ने बात की उसके कुछ अंश-
संवाद०- इतनी जद्दोजहद के बाद आपको प्रत्याशी बनाया गया कैसा महसूस कर रहे है?
राकेश- जद्दोजहद कुछ भी नही रही पार्टी को सही लगा था उसने नकुल की को प्रत्याशी बनाया था,लेकिन ये कार्यकर्ताओ की निष्ठा है कि हार को देखते हुए उन्होंने विरोध किया तो पार्टी नेतृत्व में मुझ विश्वास जताया है निश्चित तौर पर सीट जीतकर उनको तोहफा दूंगा।
संवाद०- आप इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के 20 साल पुराने सियाशी किले को कैसे भेद पाएंगे?
राकेश- किला बचा ही नही है जिस दिन मुझे प्रत्याशी बनाया गया था उसी दिन उनका किला भरभरा के गिर गया था क्योंकि 25 साल से सीतापुर सांसद विहीन है मौजूदा सांसद ने पूरे कार्य काल मे विकास के नाम पर जनता को छलने का काम किया है, रोजगार,शिक्षा व स्वास्थ सेवाओ के नाम पर जनपद में कोई काम नही कराया गया है, युवा रोजगार की तलाश में आज भी अपना परिवार छोड़ कर बाहर काम करने जाना पड़ रहा है।
संवाद०-इस चुनाव में आप किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाने वाले है?
राकेश- मुद्दे ही मुद्दे है जनता के बीच मे लेकर जाने के लिए केंद्र सरकार ने 2014,2017 व 2019 में किये गए वादों को पूरा नही कर पाई है, किसानो की आय दुगनी करने का वादा किया था,लेकिन आज भी किसान परेशान है रात रात भर खेतो में फसल बचाने के लिए सो रहा है, कभी सर्प काट ले रहे है जिससे मौते भी हो रही है और अगर न जाये तो सुबह फसल ही खत्म हो जाएगी, प्रतिवर्ष दो करोड़ लोगों को नौकरी देने का वाद किया था,महंगाई कम करने का वादा किया था, चिकित्सा सेवाएं बेहतर बनाने का वादा था लेकिन सरकार सभी मुद्दों पर फेल रही है और जनता देख रही है हमारी लड़ाई में जनता मेरे साथ है 20 साल से राज करने वालो का काफिला देख लीजिए और मेरे साथ चलने वालो का हुजूम बता रहा है कि मेरे साथ कितने लोग है।
संवाद०-यदि आप जीतकर आते है तो सबसे पहले किन कार्यो को प्राथमिकता देंगे?
राकेश- यदि जनता में मुझ पर भरोसा करती है तो मैं सबसे पहले युवाओ के रोजगार की व्यवस्था, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं व वो विकास कार्य जो सांसद के कार्यक्षेत्र में आते है सभी कार्य करना ही मेरा कर्तव्य है।