नई दिल्ली । सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान घाट पर किया गया। डॉ. पाठक की अंतिम यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।
पद्म भूषण से अलंकृत 80 वर्षीय डॉ. पाठक का मंगलवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था। सुबह सुलभ इंटरनेशनल के केंद्रीय कार्यालय में ध्वजारोहण के बाद अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया। वह बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले थे।
डॉ. पाठक सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक के साथ-साथ टॉयलेट मैन के नाम से भी चर्चित थे। उन्हें सिर पर मैला ढोने की कुप्रथा को खत्म करने के लिए भी जाना जाता है। वह विधवा महिलाओं को प्रताड़ित किए जाने के खिलाफ भी आवाज उठाते रहे और उनके हितों की लड़ाई लड़ी।