नई दिल्ली। EY India के चेयरपर्सन राजीव मेमानी ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर भारत की आर्थिक गतिविधियों को लेकर मंनीकंट्रोल को बताया कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के सेक्टर में तेजी से काम कर रहा है।
जहां एक ओर वैश्विक कमजोरी की स्थिति है तब भी भारत आर्थिक रूप से सशक्त हो रहा है।
अगर देश के मैन्यूफेक्चरिंग के दृष्टिकोण से देखें तो भारत में बिजनेस करना काफी आसान है। इसके अलावा लेबर लॉ, लॉजिस्टिक्स और कॉस्ट स्ट्रक्चर में भी भारत काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक्स या टेलिकॉम मैन्युफैक्चरिंग के मामले में भारत में 20 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है। भारत इन सेक्टर में तेज गति से विकास कर रहा है। हालांकि, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स में अभी सुधार की आवश्यकता है।
भारत के सामने खड़ी है मैन्यूफेक्चरिंग की चुनौती
अगर मैन्यूफेक्चरिंग सेक्टर की बात करें तो चीन की तुलना में भारत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर के वैल्यू एडिशन में सुधार देखने को मिल रहा है।
भारत के आर्थिक सुधार की बात करें तो उद्योग विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि भारत का मैन्यूफेक्चरिंग सेक्टर वर्ष 2025 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू को छू लेगा।
भारत के सीईओ को लेकर मेमानी ने कहा है कि भूरीजनितिक का सप्लाई चेन पर असर पड़ सकता है। हालांकि, एआई (AI) और इसकी स्थिरता सबसे ऊपर मानी जा रही है।
ऐसे में इस साल होने वाले अमेरिकी और भारत चुनाव पर नजर रखी जाएगी। इस बार भारत में निरंतरता के लिए वोट किया जाएगा।
मेमानी ने कहा कि हर कंपनी अमेरिकी चुनाव को लेकर काफी उत्सुक है. इसके अलावा इनकी नजर भारतीय चुनावों पर भी है। ऐसे में उम्मीद है कि मौजूदा चुनाव का आधार पर लोग निरंतरता के लिए वोट देंगे। चुनाव से पहले सरकार अपना आखिरी बजट पेश करने के लिए तैयार है।
सरकार महंगाई दर से प्रभावित लोगों को टैक्स राहत दे सकती है। यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए मदद करेगा ऐसे में उन लोगों को राहत मिलेगी जिनकी महंगाई की वजह से इनकम पर असर पड़ रहा है।