नई दिल्ली। चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद भाजपा को तीन राज्यों में प्रचंड बहुमत मिला है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने कांग्रेस के हाथ से सत्ता छीन ली है।
इस पर शीतकालीन सत्र से पहले मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष से आग्रह किया कि वे विधानसभा चुनावों में हार की निराशा संसद के अंदर न निकालें और सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ें, क्योंकि इससे उनके प्रति लोगों का नजरिया बदल सकता है।
विपक्ष के लिए सुनहरा मौका- पीएम मोदी
शीतकालीन सत्र से पहले संसद भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र विपक्ष के लिए एक सुनहरा अवसर था। उन्होंने कहा, “देश ने नकारात्मकता को खारिज कर दिया है। हम हमेशा सत्र की शुरुआत में विपक्षी मित्रों के साथ बातचीत करते हैं, हम हमेशा सभी का सहयोग चाहते हैं। इस बार भी ऐसी सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं।”
विपक्ष से तैयार होकर आने की अपील
मोदी ने कहा कि यह लोकतंत्र का मंदिर लोगों की आकांक्षाओं और विकसित भारत की नींव को मजबूत करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मंच है। साथ ही, उन्होंने सभी सदस्यों से अच्छी तरह से तैयार होकर आने का आग्रह किया और विधेयकों पर गहन चर्चा का आह्वान किया, ताकि अच्छे सुझाव सामने आएं। मोदी ने कहा, “लेकिन अगर चर्चा नहीं होती है, तो देश को उन चीजों की याद आती है।”
उन्होंने कहा, “अगर मैं विधानसभा चुनाव परिणामों के आधार पर बोलूं, तो विपक्षी मित्रों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। उन्हें हार पर निराशा व्यक्त करने की योजना बनाने के बजाय, पिछले नौ वर्षों की नकारात्मकता की आदत को छोड़कर इस हार से सीखना चाहिए। यदि वे इस सत्र में सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ते हैं, तो देश उनके प्रति अपना दृष्टिकोण बदल देगा। उनके लिए एक नया द्वार खुल सकता है।”
पीएम मोदी ने विपक्ष को दी खास सलाह
पीएम मोदी ने कहा, “वे विपक्ष में हूं, लेकिन फिर भी मैं उन्हें अच्छी सलाह दे रहा हूं।” उन्होंने कहा, “मैं अपने अनुभव के आधार पर कहता हूं कि अपनी दिशा को थोड़ा बदलिए, विरोध के लिए विरोध करने की आदत छोड़िए। रचनात्मक चीजों का समर्थन करें जो देश के हित में हैं, जो कमियां हैं उन पर बहस करें और आप देखेंगे कि लोगों के बीच ऐसी चीजों को लेकर जो नफरत है, वह प्यार में बदल सकती है।”
लोकतंत्र में विपक्ष भी महत्वपूर्ण
पीएम मोदी ने कहा, “लोकतंत्र में विपक्ष भी उतना ही महत्वपूर्ण है और उसे सक्षम होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “2047, देश विकसित होने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहता, समाज के हर वर्ग की यही भावना है। इस भावना का सम्मान करते हुए सभी सदस्य संसद की कार्यवाही को आगे बढ़ाएं, ये मेरा उनसे आग्रह है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “जो लोग महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों की चार ‘जातियों’ के सशक्तिकरण के सिद्धांत पर आगे बढ़ते हैं, उन्हें भारी समर्थन मिलता है। जब लोगों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता होती है तो सत्ता विरोधी लहर शब्द अप्रासंगिक हो जाता है।”
विधानसभा चुनाव को माना गया सेमीफाइनल
भाजपा ने रविवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर हिंदी पट्टी में अपनी पकड़ और भी ज्यादा मजबूत कर ली है। कांग्रेस ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को हराकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए विधानसभा चुनाव के नवीनतम दौर में 3-1 की बढ़त बना ली है। इसे अगले साल होने वाले चुनावी मुकाबले से पहले सेमीफाइनल माना जा रहा है। मालूम हो कि संसद का शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर तक 15 बैठकें होने वाली हैं।