अयोध्या। केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ भाजपा नेत्री एवं पूर्व अभिनेत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को रामलला का दर्शन किया। वह हनुमानगढ़ी भी गईं और वहां बजरंगबली का पूजन – अर्चन किया। अयोध्या यात्रा के दौरान उन्होंने राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्यगोपालदास से आशीर्वाद भी लिया।
इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में अयोध्या को धर्म और धैर्य, निष्ठा और नियम, पुरुषार्थ और पराक्रम की नगरी बताया। उन्होंने कहा, प्रभु के श्रीचरणों एवं संतों के सानिध्य में सनातन की विजय पताका फहराने देखना अविस्मरणीय है। उन्होंने रामलला के दर्शन पर कहा कि इससे हमें पुण्य पथ पर चलने की प्रेरणा मिली है और मैंने रामलला से राष्ट्र की प्रगति, प्रधान सेवक के अच्छे स्वास्थ्य और भारत के वैभव की प्रार्थना की है ।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भव्य मंदिर में स्थापना के साथ रामलाल की करुणा देश के हर मां को छू रही है। उनकी अगवानी महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने की। वापस लौट के साथ वह यह संदेश दे गईं कि भाजपा के अन्य नेताओं की तरह वह भी समर्पित राम भक्त हैं।
29 अप्रैल को करेंगी नामांकन
वैसे कांग्रेस के गढ़ में कांग्रेस के युवराज को पराजित कर स्मृति ईरानी 2019 में ही सबसे बड़ा संदेश दे चुकी है। वह उन राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए नायिका की तरह हैं, जो कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखते हैं। स्मृति ईरानी अमेठी लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और आसन्न चुनाव में वह अमेठी लोकसभा क्षेत्र से ही फिर से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। 29 अप्रैल को वह नामांकन करेंगी। उनका अयोध्या आगमन शीर्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी से जोड़कर देखा जा रहा है ।
चर्चा थी कि राहुल का अमेठी से हो गया मोहभंग
गत चुनाव में उन्होंने राहुल गांधी को ही हराया था। पहले यह माना जा रहा था कि पराजय से राहुल गांधी का अमेठी से मोहभंग हो गया है, किंतु अद्यतन स्थिति यह है कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने आ रहे हैं और वहां नामांकन करने से पूर्व रामलला का दर्शन कर यह संदेश देंगे कि वह भी देश की सनातन संस्कृति में रचे – बसे राम भक्त हैं और कांग्रेस का प्राण प्रतिष्ठा समारोह से विलग रहना राजनीतिक था।