सरकारी नुमाइंदों व माफियाओं के गठजोड़ के चलते बेखौफ खनन माफिया धरती का सीना कर रहें छलनी

  • बेखौफ होकर किया जा रहा है अवैध मिट्टी खनन
    सड़कों पर उड़ती धूल से लोग हो रहे अस्थमा के रोगी

निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ

राजधानी के बीकेटी तहसील क्षेत्र के सिंहपुर,पलिया व मोहम्मदपुर गढ़ी सहित कई गाँवों में सरकारी कामों की आड़ में खनन माफिया धरती का सीना छलनी कर रहे हैं। खुलेआम खनन माफिया डम्परों से मिट्टी खुले बाजार में बेंच रहे हैं। अवैध खनन का खुला खेल पुलिस और प्रशासन की आंखों के सामने हो रहा है। लेकिन, प्रशासन का दावा है कि अवैध खनन नहीं हो रहा है। वैध खनन पर भले ही रोक लगी हो, लेकिन अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है।बेखौफ खनन माफिया रात के अंधेरे में अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं।खनन का खुला खेल पुलिस और प्रशासन की आंखों के सामने हो रहा है। लेकिन, खनन माफिया को रोकने की किसी ने अब तक जहमत नहीं उठाई।

शासन के आदेश निर्देश भले ही कुछ भी हो, लेकिन सरकार की नीति को पलीता लगाने के लिए खुद सरकारी नुमाइंदे ही काफी है। सरकारी तंत्र ही नियम कायदों को ठेंगा दिखा रहे हैं। खनन माफिया रात के अंधेरे में अवैध खनन करते आ रहे थे, लेकिन अब वे दिन के उजाले में भी धरती का सीना चीरकर मिट्टी का खनन कर रहे हैं।पुलिस व खनन विभाग बेखबर बन रहा है। माफियाओ की दबंगई के आगे शासन के आदेश बेमानी साबित हो रहे हैं। सरकार ने अवैध खनन पर पाबंदी लगा रखी है। इसके बावजूद भी बीकेटी तहसील क्षेत्र में खनन पर पाबंदी लागू नहीं हो पा रही है।पश्चिम गांव में आउटर रिंग रोड के नाम पर परमिशन हुई थी।गांव वालों के मुताबिक यहां पर परमिशन से अधिक मिट्टी खोदी गई है।वहीं यहां पर लगभग आधा दर्जन आम के पेड़ों को भी मौत के मुहाने पर खड़ा कर दिया गया है।इसी तरह से पलिया और सिंहपुर गांव में निरंतर खनन का कार्य चल रहा है।सिंहपुर गांव कहा भी दर्जनों पेड़ों को नष्ट कर दिया गया है। सरकारी नुमाइंदों व माफियाओं के गठजोड़ के चलते खनन माफिया बेखौफ होकर धरती का सीना छलनी कर अवैध खनन का धंधा सुचारु रूप से चला रहे हैं।मामला खनन विभाग के अधीन बताकर पुलिस भी इस अवैध धंधे को लेकर अपनी आंखें मूंदे हुए हैं। आलम यह है कि सूर्यास्त होती सक्रिय होने वाले खनन माफिया अब दिन भर जेसीबी और डम्पर लेकर सक्रिय हो रहे हैं। यह सिलसिला बेरोकटोक चल रहा है।

दिन-रात होता है मिट्टी खनन

नेताओं की मनमानी और पुलिस की साठगांठ से तहसील क्षेत्र के कई गाँवों में अवैध खनन फिर जोर पकड़ गया है। खनन माफियाओं के हौसले दिनों दिन बढ़ रहे हैं। खनन विभाग मूकदर्शक बनकर यह सब देख रहा है। खनन माफिया की दबंगई ऐसी है कि यह लोग दिन-रात मिट्टी की खुदाई कर आसपास के क्षेत्रों में बेखौफ बेंच रहे हैं। धड़ल्ले से चल रहे अवैध खनन की प्रशासन को खबर तक नहीं है। ऐसे में प्रशासन की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है।

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