सेमरियावां, देवरिया। मनरेगा योजना, पीएम आवास योजना की प्रगति बेहद खराब पाए जाने पर सीडीओ ने बीडीओ विजय कुमार सिंह और एपीओ योगेंद्र पांडेय को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है। बीडीओ ने एपीओ को सीडीओ के पत्र का अनुपालन करने के निर्देश दिए हैं।
मनरेगा के एमआईएस रिपोर्ट के अनुसार सेमरियावां ब्लाॅक में विभिन्न मदों की प्रगति बेहद खराब पाई गई है। सीडीओ कार्यालय की ओर से विभिन्न पत्रों, वीसी, फोन से अपेक्षित प्रगति के लिए निर्देशित किया गया है, लेकिन अपेक्षित प्रगति लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। जिससे राज्य स्तर पर जनपद की छवि धूमिल हो रही है।
सीडीओ संत कुमार ने पत्र जारी कर कहा है कि प्रत्येक ग्राम पंचायतों में 02-02 अमृत सरोवरों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है तथा ब्लाॅक सेमरियावां की 113 ग्राम पंचायतों में 226 अमृत सरोवरों के चयन के विपरीत मात्र 47 अमृत सरोवरों का चयन किया गया। जिनमें से मात्र 29 अमृत सरोवर ही पूर्ण पाए गए हैं तथा 28 अभी अपूर्ण है। लक्ष्य के सापेक्ष मात्र लगभग 20.80 प्रतिशत ही अमृत सरोवर का चयन किया गया है। जो कार्यों के प्रति बीडीओ, एपीओ के उदासीनता एवं शिथिलता को परिलक्षित कर रहे हैं।
ब्लाॅक में 29,739 सक्रिय मनरेगा श्रमिकों के सापेक्ष सिर्फ 16,584 श्रमिकों का ही मोबाइल नंबर मनरेगा साइट पर पंजीकृत किया गया है। जबकि भारत सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि सभी मनरेगा श्रमिकों का मोबाइल नंबर साइट पंजीकृत किया जाए। इसी तरह से 1132 आवासों के सापेक्ष 40 प्रधानमंत्री आवास अभी तक शुरू ही नहीं किए गए हैं और न ही इनका मस्टररोल निर्गत किया गया है। जबकि 961 निर्माणाधीन आवासों के सापेक्ष 30,384 मानव दिवस का सृजन किया गया है।
शासन के निर्देशानुसार प्रति आवास 90 मानव दिवस का सृजन किया जाना है, लेकिन सेमरियावां विकासखंड में ऐसा नहीं हो सका है। 101880 मानव दिवस सृजन के सापेक्ष मात्र 41386 मानव दिवस का ही सृजन किया गया है। बीडीओ विजय सिंह ने बताया कि एपीओ को योजनाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही अपेक्षित सुधार दिखाई देगा।