बाराबंकी बहराइच हाईवे सड़क हादसों से लहू लुहान

  • एनएचआई की कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही उजागर
  • 243 सड़क हादसों में 150 लोगों की हुई मौत

बाराबंकी। यदि आप बाराबंकी बहराइच हाईवे पर यात्रा करने का मन बना रहे है। या फिर यात्रा करने जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए। यह डिवाइडर विहीन बाराबंकी बहराइच हाईवे इन दिनों सड़क हादसों की वजह से लहू लुहान है। रोजाना यहां जिंदगी किसी न किसी सड़क हादसे में दम तोड़ देती है। इस हाइवे पर ना तो पर्याप्त यातायात संकेतक लगाए गए हैं और ना ही दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों पर ब्रेकर बनाए गए है। लेकिन यह सब जानकर भी जिम्मेदार अंजान बने हुए है। आंकड़ों की बात करें तो यह डिवाइडर विहीन बाराबंकी बहराइच हाईवे इन दिनों सड़क हादसों की वजह से लहू लुहान है। रोजाना यहां जिंदगी किसी न किसी सड़क हादसे में दम तोड़ देती है। आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2020 से 2022 के मध्य 243 सड़क हादसों में 180 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। साथ ही 155 लोग काल का ग्रास बन गए।

वर्ष 2023 में हुए सड़क हादसों में अब तक लगभग 50 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं समस्त जनपद भर में बीते तीन सालों में 1955 सड़क हादसों में तकरीबन 1200 लोग जान गंवा चुके है। वैसे तो सड़क हादसों की कई वजह है। नशा, तेज गति, खराब सड़के और एनएचआई कर्मचारियों की लापरवाही इसका प्रमुख कारण है। जिन पर ध्यान देकर इन सड़क हादसों में कमी लाई जा सकती है। बता दे कि वर्ष 2015 में इस सड़क का दोहरीकरण का कार्य हुआ था। इसके बाद वर्ष 2019 में इसे भारत माला प्रोजेक्ट के तहत फोरलेन बनाए जाने की कवायद शुरू हुई। लेकिन अभी तक यह कवायद ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है। जिससे रोजाना सड़क हादसों में जिंदगियां दम तोड़ रही है। हाइवे पर एनएचआई की कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही साफ उजागर है। यहां सड़क पर मुख्य चौराहों पर बने डिवाइडर टूट कर क्षतिग्रस्त हो गए है। साथ ही सड़क पर सुरक्षित यातायात से जुड़े कोई इंतजाम नहीं किए गए है। हालात यह है कि सड़क पर चुने गए दुर्घटना संभावित क्षेत्र में भी एनएचआई की तरफ से कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किया गया है।

बाराबंकी शहर से बहराइच सीमा की शुरुआत तक लगभग 30 किलोमीटर के इस हाइवे पर कहने को शासन के निर्देश पर ब्लैक स्पॉट( दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र) का चिन्ह्यांकन किया गया। लेकिन इन दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में एनएचआई की कार्यदायी संस्था द्वारा ना पर्याप्त यातायात संकेतक लगाए गए और ना ही स्पीड रबर ब्रेकर बनाए गए। मुख्यमंत्री द्वारा निर्देशित दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र में लगने वाली होर्डिंग भी नहीं लगाई गई। साथ ही सड़क पर यलो बिलिंकर पोल, स्प्रिंग पोस्ट कैट आई, फ्लैसर माउंटेन कोन नही लगाए गए।नतीजन बे-हिसाब सड़क हादसों से हाईवे खून से लाल हो गया है।

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