नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक नए टर्म डिपॉजिट लॉन्च किया। एसबीआई ने ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट शुरू किया है। इसका उद्देश्य फ्रेंडली पहलू के साथ प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए पैसे जुटाना है। इस डिपॉजिट से ग्रीन फाइनेंस एकोसिस्टम में विकास देखने को मिला है।
इस डिपॉजिट को लेकर एसबीआई ने एक प्रेस रिलीज जारी किया है था। इस प्रेस रिलीज में उन्होंने कहा था कि यह फाइनेंस को बढ़ावा देने के साथ ही हरित गतिविधियों में योगदान दिया। एक स्थायी भविष्य के लिए देश के समर्थन के लिए एसबीआई अवसर देता है।
क्या है ग्रीन डिपॉजिट
ग्रीन डिपॉजिट एक तरह का फिक्सड टर्म डिपॉजिट है। इसमें निवेशक सरप्लस कैश को इको फ्रेंडली प्रोजेक्टस में निवेश कर सकते हैं। बैंक ने इसकी पेशकश देश के नेट कार्बन जीरो बनाने के लिए सरकार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पेश किया है। ग्रीन फिक्सड डिपॉजिट ठीक वैसे ही काम करता है जैसे रेग्युलर टर्म डिपॉजिट की तरह है।
इसमें भी निवेशक को एक अवधि में एक फिक्सड ब्याज मिलता है। हालांकिस रेग्युलर टर्म डिपॉजिट और ग्रीन फिक्सड डिपॉजिट में एक छोटा सा अंतर है। ग्रीन डिपॉजिट उन पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव देने वाले प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता देता है।
कौन कर सकते हैं इस डिपॉजिट में निवेश
ग्रीन टर्म डिपॉजिट में भारत के निवासी, गैर-व्यक्ति और एनआरआई भी निवेश कर सकते हैं।
कितना मिलता है इन्टरेस्ट
एसबीआई के प्रेस रिलीज के अनुसार ग्रीन टर्म डिपॉजिट में आम जनता को कार्ड दर से 10 बीपीएस होगी।
ग्रीन डिपॉजिट में निवेश कैसे करें
इसे आप एसबीआई के डिजिटल चैनल जैसे योनो और इंटरनेट बैंकिंग सेवाओं पर से ले सकते हैं। इसमें निवेशक को तीन अवधि का ऑप्शन दिया जाता है। निवेशक 1111 दिन, 1777 दिन और 2222 दिन में से कोई भी टर्म सेलेक्ट कर सकते हैं।