मछरेहटा में मनरेगा फर्जी श्रमिक हाजिरी लगाकर किया जा रहा सरकारी धन का बंदरबांट।

विकास खंड के आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में लगाई जा रही फर्जी हाजिरी।
राजेपारा ,बरसंधियां,गढ़ी,कटिया, केसरा, सुरजनपुर आदि ग्राम पंचायतों में किया जा रहा घोटाला

मछरेहटा, सीतापुर। विकास खंड मछरेहटा में दिन पर दिन ग्राम पंचायतों में मनरेगा फर्जी हाजिरी घोटाला बढ़ता जा रहा है, प्रतिदिन विकास खंड की कई ग्राम पंचायतों में फर्जी हाजिरी लगा कर सरकार की महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगाया जा रहा है, फर्जी हाजिरी जिम्मेदारों की सह में रोजगार सेवक लगा रहे है इस पूरे क्रम ने रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक से लेकर जिले पर बैठे आला अधिकारी तक के सम्मलित होने के संकेत मिल रहे।
ग्राम पंचायत बरसंधियां में चल रहे नरेगा कार्य हितेंद्र सिंह के खेत से डामर रोड गोरिया तक कच्चा पटान कार्य जिसमे पांच मास्टर पर 43 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई, ऑनलाइन लगाई गई हाजिरी में श्रमिको की पहले से मोबाइल फोन में पड़ी पुरानी फोटो को बार बार अपलोड किया है। अपलोड डाटा में हेर फेर करके उच्चाधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया जा रहा है।

ग्राम पंचायत सुरजनपुर चल नरेगा कार्य देवर जेठानी तालाब का जीर्णोधार में 6 मास्टर रोल पर 45 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई, वही मौके पर कार्य पर मात्र 30 श्रमिक ही कार्य करते हुए ही पाए गए।
ग्राम पंचायत केसरा में चल रहे कार्य लियाकत के मकान से गफ्फार के मकान तक संपर्क मार्ग पर 6 मास्टर रोल पर 21 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गई , किंतु मौके पर देखने पर एक भी श्रमिक कार्य करते हुए नही पाया गया, वही ग्रामीणों से पूछने पर पता चला की काम चल रहा था, आठ से दस लोग काम कर रहे थे अभी अभी वो सब चले गए है।

विकास खंड मछरेहटा की ही ग्राम पंचायत राजेपारा में चल रहे कार्य कुंभी तालाब की खुदाई कार्य में भी जमकर फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है दर्ज की गई हाजिरी में लगभग सैकड़ा श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है लेकिन मौके पर देखने पर एक भी श्रमिक कार्य करता हुआ नहीं मिला, वही पर मौजूद ग्रामीण से बात करने पर पता चला की प्रतिदिन 7 से 8 लोग काम करने आते है आज भी आए थे काम करके चले गए है।
उक्त ग्राम पंचायत में ही चल रहे दूसरे कार्य लाला के खेत से रघुनाथपुर मार्ग तक संपर्क मार्ग में तीन मास्टर रोल पर 28 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है लेकिन ऑनलाइन अपलोड डाटा ने में मात्र चार श्रमिक ही खड़े दिखाई पड़ रहे है। मौके पर शाम को 4 बजे के आस पास कोई भी श्रमिक कार्य करता हुआ नहीं मिला, पास में ही खेतो में काम कर रहे किसानों से पूछने पर पता चला की काम पूरा हो गया है इसलिए जल्दी चले गए है, और प्रतिदिन 4 से 5 लोग ही काम करने आते है, आज भी 5 लोग ही आए थे।

ग्राम पंचायत गढ़ी में जिम्मेदारों की मिलीभगत से जमकर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है, इस पूरे कारनामे तकनीकी सहायक और रोजगार सेवक आपस में मिलकर फर्जी हाजिरी दर्ज कर सरकारी धन का बंदरबांट कर अपनी अपनी जेब भरने में मशगूल है, ग्राम पंचायत में चल रहे कार्य गोधन के खेत से लेखपाल के खेत तक चकमार्ग पटाई कार्य में तीन मास्टर रोल पर 21 श्रमिको हाजिरी चल रही है, और सभी मास्टर रोलो पर जिम्मेदारों के द्वारा फर्जी तरीके से फोन में पड़ी फोटो को अपलोड करने काम कर रहे है।

गढ़ी ग्राम पंचायत में ही चल रहे कार्य महादेव स्थान से बृजकिशोर के मकान तक चकमार्ग के निर्माण पर चार मास्टर रोल पर 32 श्रमिको की दर्ज की गई लेकिन मार्ग बनाया नही गया है। जैसा कि पिछले अंक में प्रकाशित की गईं खबर में बताया गया था की ग्रामीणों का कहना है की यह मार्ग एक साल पहले बनाया गया था, अगर ग्रामीणों की बात माने जाए तो एक साल पहले बने चकमार्ग पर इतने दिनो बाद हाजिरी लगाने की क्या जरूरत पड़ गई।
ग्राम पंचायत कटिया में चल रहे नरेगा कार्य शहीद भगत सिंह अमृत सरोवर निर्माण कार्य में तीन मास्टर रोल पर 24 श्रमिको की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज की गई है, लेकिन मौके पर मात्र बारह श्रमिक की कार्य करते हुए पाए गए।
विकास खंड की अधिकतर ग्राम पंचायतों में फर्जी हाजिरी दर्ज की गई जा रही है, ऑनलाइन दर्ज हाजिरी और धरातल पर कार्य कर रहे श्रमिको की संख्या में जमीन आसमान का फर्क देखने को मिल रहा है।
आखिर ये सब खेल किसके संरक्षण में चल रहा है, जिम्मेदार इन सब से बेखबर है या फिर जान बूझ कर अंजान बने हुए है।

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