बहुजन समाज पार्टी मिजोरम छोड़ सभी राज्यों में विधानसभा लड़ेगी चुनाव

लखनऊ:–  बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ चुनावी समझौता करेगी। पार्टी अध्यक्ष मायावती ने इसकी जानकारी दी है। मायावती ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी राजस्थान और तेलंगाना में अकेले चुनाव लड़ेगी लेकिन पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को इन राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा की है ।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर सिलसिलेवार पोस्ट में मायावती ने कहा, ”मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ एवं मिजोरम विधानसभा चुनाव अगले महीने कराने की घोषणा का स्वागत, किन्तु चुनाव आयोग के लिए असली चुनौती सरकारी मशीनरी व धनबल आदि के दुरुपयोग को रोककर मतदान पूरी तरह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कराने की है, जिस पर लोकतंत्र का भविष्य निर्भर है ।” उन्होंने लिखा, ‘‘साथ ही, ख़ासकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा चुनाव को गलत दिशा में प्रभावित करने के लिए लुभावने वादे और हवा हवाई घोषणाओं आदि पर अंकुश लगना जरूरी, जिसको लेकर मा. उच्चतम न्यायालय ने नोटिस जारी किया है। जातिवाद एवं साम्प्रदायिकता का उन्माद तथा हिंसा के खिलाफ सख़्त कार्रवाई अत्यावश्यक।”

बसपा नेता ने कहा, ”बसपा मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ चुनावी समझौता करने के अलावा, मिजोरम को छोड़कर, राजस्थाऩ व तेलंगाना इन दोनों राज्य में अकेले ही बिना किसी से कोई समझौता किए हुए चुनाव लड़ रही है और इन राज्यों में अच्छे परिणाम की उम्मीद करती है।” निर्वाचन आयोग ने सोमवार को मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए एक चरण में क्रमश: 17 नवंबर, 23 नवंबर, 30 नवंबर तथा सात नवंबर को जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में सात एवं 17 नवंबर को मतदान कराने की घोषणा की । इन पांचों राज्यों में तीन दिसंबर को मतगणना होगी। छत्तीसगढ़ में 2018 विधानसभा चुनाव में बसपा ने 35 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से दो जीते थे। फिलहाल छत्तीसगढ़ में बसपा के दो विधायक हैं.

मध्यप्रदेश में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा ने 227 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से दो विजयी हुए थे । फिलहाल मध्य प्रदेश में बसपा के दो विधायक हैं । राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में बसपा ने 190 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से छह जीते थे। फिलहाल राजस्थान विधानसभा में बसपा का कोई विधायक नहीं है । राजस्थान के सभी छह बसपा विधायकों ने विधायक दल का कांग्रेस में विलय करने के लिए 16 सितंबर 2019 की रात विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को पत्र दिया था। विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा, जोगेंद्र सिंह अवाना, वाजिब अली, लाखन सिंह मीना, संदीप यादव और दीपचंद ने कहा था कि वे अपने विधायक दल का कांग्रेस में विलय कर रहे हैं

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