नई दिल्ली। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत 30 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। एबी-पीएमजेएवाई राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा कार्यान्वित की जा रही केंद्र सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 4.83 करोड़ आयुष्मान कार्ड के साथ उत्तर प्रदेश सबसे अधिक आयुष्मान कार्ड बनाने वाले राज्यों की सूची में शीर्ष पर है।
11 राज्यों में एक करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड धारक
इसके बाद मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र क्रमश: 3.78 करोड़ और 2.39 करोड़ आयुष्मान कार्ड के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। 12 जनवरी तक 11 राज्यों में एक करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड धारक हैं।
मंत्रालय ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड हो। लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप इस योजना के तहत 30 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने की उपलब्धि हासिल हो चुकी है।
हर मिनट लगभग 181 आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे
पिछले दो वित्तीय वर्षों के दौरान ही 16.7 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। वर्ष 2023-24 के दौरान अब तक 7.5 करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसका मतलब है कि हर मिनट लगभग 181 आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं।
मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की सभी तक पहुंच सुनिश्चित करने के इरादे से शुरू की गई विकासशील भारत संकल्प यात्रा के दौरान मुहैया कराये जाने वाली सेवाओं में आयुष्मान कार्ड बनाना भी शामिल है।
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ‘आयुष्मान एप’ की हुई शुरुआत
मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा के दौरान 2.43 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। एनएचए ने आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ‘आयुष्मान एप’ की शुरुआत की है। 13 सितंबर 2023 को शुरुआत होने के बाद से इस ऐप को 52 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।
मंत्रालय ने कहा कि अब तक महिलाओं के लगभग 14.6 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। योजना के तहत 6.2 करोड़ से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा दी गई जिस पर 79,157 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आया।