राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार के सहयोग से बख्शी का तालाब स्थित दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान द्वारा महिला सशक्तिकरण पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम विषयक राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन लखनऊ में किया गया।कार्यशाला में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में मीनाक्षी नेगी ने कहा कि महिलाएं विधिक साक्षरता द्वारा अपने अधिकारों को जाने तथा बेहतर जीवन शैली जीने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि हम सबको संविधान के नियमों के मार्ग निर्देशन में चलना चाहिए। महिलाएं अपनी दिशाओं का निर्माण स्वयं करें तथा उसी कर्तव्य मार्ग पर अग्रसर हो।संस्थान के अपर निदेशक बीडी चौधरी ने बताया कि महिलाओं को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत आगे जाना है। क्योंकि हमारे भारतीय समाज में जागरूकता के अभाव मे महिलाएं शिक्षा क्षेत्र में ज्यादा आगे नहीं बढ़ पायीं,धीरे-धीरे दूसरे विकसित राष्ट्रों की महिलाओं की शिक्षण व्यवस्था को देखते-देखते, अद्यतन रूप से भारतीय समाज की महिलाओं की शिक्षा व्यवस्था में अत्यधिक परिवर्तन हुआ है, तथा सांस्कृतिक और सामाजिक बदलाव भी बड़ी तीव्र गति से हो रहे हैं।विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. सबिहा अहमद सदस्य राज्य सुन्नी मुस्लिम वक्फ बोर्ड ने मुस्लिम महिला प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि लिंग असमानता, रूढ़िवादी परम्पराएँ व वर्षों से चली आ रही कुरीतियों को समूल नाश करने के दृृष्टिगत, सम्मानजनक स्थिति को लाने के लिए तथा मूलभूत अधिकारों को प्राप्त कराने के लिए महिलाओं को जागरूक कराना अति आवश्यक है, और यह तभी हो सकता है जब यह हमारी बहनें स्वयं अपने अधिकारों को जाने तथा अधिकारों को प्राप्त करने का प्रयास भी करें।
एक दिवसीय कार्यशाला के अन्तर्गत यथा विभिन्न विषयों उ0प्र0 में महिलाओं की अद्यतन स्थिति, भारतीय समाज में लिंग भेदभाव एवं पुरूष प्रधानता, पारिवारिक कानून में महिलाओं के दाम्पत्यिक अधिकार, गरीबों व अक्षम लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करना, राष्ट्रीय महिला आयोग- उद्देश्य एवं संस्थागत ढ़ांचा, कार्य एवं शक्तियां, शिकायत निवारण तन्त्र, महिला स्वयं सहायता समूह एवं इसके लाभ तथा महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनायें एवं कार्यक्रम इत्यादि पर राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रबुद्ध वार्ताकार यथा- प्रो. शिरीन अब्बास, सर्वेश पाण्डेय, फरीदा जलीस, एहसन जमील तथा अर्चना द्वारा अपनी उपयोगी वार्ताओं के माध्यम से महिलाओं को लाभान्वित किया गया।कार्यशाला के आयोजन में कार्यक्रम नियंत्रक डा. नीरजा गुप्ता, डा. रंजना सिंह, सहायक निदेशक, वरूण चतुर्वेदी, संकाय सदस्य डा. अलका शर्मा, अहसन जमील तथा संस्थान के समस्त अधिकारियों और कार्मिकों का सराहनीय योगदान रहा। सम्पूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन डा. एसके सिंह सहायक निदेशक संस्थान द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया।