विश्व क्षय रोग दिवस पर रोगियों को लिया गया गोद, प्रदान की गई पोषण पोटली
बलिया। होली का त्यौहार होने के कारण शासन के निर्देश पर इस बार 28 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में गुरुवार को गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर वर्ष 2025 तक देश से टीबी उन्मूलन का संकल्प भी दोहराया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय पति द्विवेदी ने कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। वर्तमान में मेडिकल साइंस ने बहुत तरक्की की है। जनपद में टीबी के मरीजों का बेहतर इलाज सरकारी चिकित्सालयों में किया जा रहा है। लेकिन सबसे खास बात यह है कि मरीज को अपना सम्पूर्ण इलाज कराना होगा यदि एक भी दिन वह दवा खाने से चूकता है तो यह नुकसानदेह साबित हो सकता है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजय यादव ने कहा कि दो हफ्ते से खांसी और बुखार आना टीबी रोग के प्रमुख लक्षण हैं। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वहीं जिन्हें दो हफ्ते से अधिक खांसी आ रही हो या खाँसने पर बलगम के साथ खून आ रहा हो तो उन्हें तत्काल जिला टीबी चिकित्सालय में अपने बलगम की जांच करानी चाहिए। उन्होंने बताया कि समय से रोग का पता चल जाने से टीबी को ठीक किया जा सकता है। जिला क्षय रोग अधिकारी ने ग्रामीण इलाकों में कार्य कर रहीं आशा कार्यकर्ताओं की मदद से संभावित टीबी मरीजों को समय से चिकित्सालय पहचाने और उनका इलाज कराए जाने की नसीहत दी। वहीं डॉट्स प्रोवाइडरों को नसीहत दी गयी कि वह मरीजों को किसी के भरोसे न छोड़ें बल्कि उन्हें अपनी मौजूदगी में दवा लिखवायें। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में टीबी के 100 मरीज़ों को रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा गोद लिया गया। उन्हें पोषण पोटली प्रदान की गई। इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र के उप निदेशक कपिल देव राम, रेड क्रॉस सोसाइटी के उपसभापति विजय कुमार शर्मा, जिला समन्वयक शैलेंद्र कुमार पाण्डेय, डॉ पंकज ओझा, रणधीर सिंह अनुपम सिंह, गौरव राय, प्रदीप गुप्ता , डीपीएम डॉ आर बी यादव, नितेश पाठक , निर्मला सिंह, उषा कुमारी, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर आशीष सिंह, डिस्ट्रिक्ट पीपीएम कोऑर्डिनेटर विवेक सिंह एवं एनटीईपी बलिया के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे।
जिले में 2023 से अब तक 7893 टीबी के मरीज हुए पंजीकृत
बलिया। डॉ.विजय यादव ने बताया कि जिले में 2023 से अब तक 7893 टीबी मरीज पंजीकृत हैं। वर्तमान में 3670 मरीज का उपचार चल रहा है, इनमें 129 मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) के मरीज हैं। एक्स डी आर का कोई भी मरीज नहीं है। जिले में अभी 36 डीएमसी एवं दो सी बी नाट लैब और चार ट्रू नेट लैब हैं।