Padma Awards 2024: गणतंत्र दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाली शख्सियतों के नाम का ऐलान किया गया. ये पहली बार है जब 132 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है. पहली बार ही है जब अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) समुदाय से सबसे ज्यादा लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इसबार OBC समुदाय के 40 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
वहीं पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वालों में 11 लोग अनुसूचित जाति और 15 लोग अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं. इस बार रिकॉर्ड संख्या में ईसाई समुदाय से आने वाली शख्सियतों को भी पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. 2024 में पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वालों में 9 लोग ईसाई समुदाय से आते हैं. पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में 8 लोग मुस्लिम, 5 बौद्ध, 3 सिख समुदाय से हैं. जैन और पारसी समुदाय के दो-दो लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है.
देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान होता है पद्म पुरस्कार
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान होते हैं. इन्हें तीन कैटेगरी में बांटा गया है- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री. कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार, मेडिसिन, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा में योगदान के लिए इन सम्मानों से नवाजा जाता है.
2024 में 132 पद्म सम्मान दिए जा रहे हैं, जिनमें से दो अवॉर्ड जोड़ी में दिए गए हैं. जोड़ी में दिए गए सम्मान को भी एक ही गिना जाता है. 132 में से 5 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्म श्री पुरस्कार हैं. ये सम्मान पाने वालों में 30 महिलाएं हैं. वहीं 2024 में पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वालों में 8 लोग विदेशी हैं. 9 लोगों को ये सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है.
इन्हें मरणोपरांत मिल रहा है पद्म पुरस्कार
बिहार के बिंदेश्वर पाठक को मरणोपरांत पद्म विभूषण, केरल की फातिमा बीबी, पश्चिम बंगाल के सत्यब्रत मुखर्जी, लद्दाख के टी रिनपोचे और तमिलनाडू के विजयकांत को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है. वहीं उत्तर प्रदेश के सुरेंद्र मोहन मिश्रा, केरल के पीसी नंबूद्रीपाद, गुजरात के हरीश नायक और पश्चिम बंगाल के नेपाल चंद्र सूत्रधार को मरणोपरांत पद्म श्री से सम्मानित किया गया है.