जेपी ट्रस्ट के व्यवस्थापक को जहरीली इंजेक्शन लगाकर हत्या करने का प्रयास

तीन लोगों के ​खिलाफ केस दर्ज, एक गिरफ्तार, दो फरार

बलिया। बैरिया थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर ट्रस्ट पर मंगलवार को कमरे में घुसकर ट्रस्ट के व्यवस्थापक अशोक कुमार सिंह को जहरीला सुई लगाकर हत्या करने के प्रयास, मारपीट व गाली गलौज प्रकरण में बैरिया पुलिस ने ओमजी गुप्ता पुत्र लक्ष्मण गुप्ता निवासी गायघाट मुड़ाहीह रुद्रपुर हल्दी, रोशन गुप्त पुत्र पिंटू गुप्त निवासी दुर्जनपुर थाना रेवती व सुशील गुप्त पुत्र नंदजी गुप्त निवासी जमालपुर थाना बैरिया के विरुद्ध धारा 294, 307, 328, 504 व 506 आईपीसी का मुकदमा पंजीकृत किया है। वहीं, पुलिस ने ओमजी गुप्ता को गिरफ्तार कर न्यायालय को सुपुर्द कर दिया। जबकि रोशन गुप्त व सुशील गुप्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।

एसएचओ धर्मवीर सिंह ने बताया कि अशोक कुमार सिंह 30 वर्षों से जयप्रकाश नगर स्थित जेपी ट्रस्ट पर व्यवस्थापक के रूप में कामकाज देखते हैं। चार दिन पूर्व ओमजी गुप्ता किसी युवती के साथ जयप्रकाश नगर ट्रस्ट पर पहुंचा, जहां दोनों अश्लील हरकत कर रहे थे। इस पर अशोक सिंह ने आपत्ति जताते हुए वहां से चले जाने को कहा था। इससे खार खाए ओम गुप्ता उक्त दोनों युवकों के साथ मंगलवार की दोपहर बाद करीब दो बजे जेपी ट्रस्ट पर पहुंचा, तब अशोक सिंह अपने कमरे में आराम कर रहे थे। उनके कमरे में तीनों घुस गए। दो लोगों ने अशोक सिंह को पकड़ लिया। ओम गुप्ता ने जहरीली दवाई इंजेक्शन में भरकर उनके पेट में लगाने का प्रयास किया। लेकिन हाथापाई में इंजेक्शन की दवा कपड़े में उलझकर रह गई। इसके बाद तीनों उन्हें मारने पीटने लगे। उनके चीखने चिल्लाने पर अन्य कर्मचारी पहुंच गए, जिन्हें देखकर तीनों भागने लगे। ओम गुप्ता को कर्मचारियों ने पकड़ लिया। जबकि रोशन गुप्ता व सुशील गुप्ता भागने में सफल रहे। ओमजी गुप्ता को चांद दियर पुलिस को कर्मचारियों ने सौंप दिया। इसके बाद अशोक सिंह को लेकर सोनबरसा अस्पताल पहुंचे, लेकिन सोनबरसा के चिकित्सकों ने उन्हें बिना देखे बलिया जाने को कह दिया।बलिया में इलाज के बाद देर रात अशोक सिंह से तहरीर प्राप्त कर संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज किया गया है। एसएचओ ने बताया कि ओमजी गुप्ता, रोशन गुप्ता, सुशील गुप्ता के संदर्भ में जानकारी प्राप्त की जा रही है। जल्द उनका अपराधिक इतिहास भी खंगाला जाएगा। लोगों का कहना है कि पिछले 40 वर्षों में लोकनायक जयप्रकाश नारायण ट्रस्ट पर इस तरह की घटना नहीं हुई है। इससे लोग हातप्रभ हैं।

Related Articles

Back to top button