वियना (ऑस्ट्रिया)। ऑस्ट्रिया के विएना से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल, यहां एक ऑस्ट्रियाई महिला को अपने बेटे को कुत्ते के पिंजरे में बंद करने और उसे यातना देने, भूखा रखने के आरोप में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई है।
महिला पर सोमवार को मुकदमा चला, उस पर जुलाई से नवंबर 2022 के बीच अपने बेटे को बार-बार पीटने और भूखा रखने, कुत्ते के पिंजरे में बंद करने और ठंड के मौसम में उस पर ठंडा पानी डालने का आरोप था।
आरोपी मां को 40 साल की सजा
पूर्वोत्तर ऑस्ट्रिया के क्रेम्स की एक अदालत ने गुरुवार को 33 वर्षीय महिला को इन सभी आरोपों का दोषी पाया, जिसमें हत्या का प्रयास भी शामिल था। इन सभी आरोपों के लिए महिला को 40 साल की सजा सुनाई गई। महिला के साथ ही, उसकी 40 वर्षीय दोस्त को चैट और फोन कॉल के माध्यम से उसे प्रेरित करने के लिए 14 साल की जेल की सजा सुनाई।
साथी के कहने पर महिला ने किया अपराध
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, उम्मीद है कि गुरुवार को फैसले के खिलाफ अपील की जा सकती है। कोर्ट ने दोनों महिलाओं को इलाज कराने का आदेश दिया है। एक मनोचिकित्सक ने अदालत को बताया कि आरोपी मां एक गंभीर मानसिक बीमारी से पीड़ित है। उसने अपनी दोस्त के साथ असामान्य सहजीवी संबंध बना लिया था, इसलिए उसके कहने पर कुछ भी करने को राजी हो जाती थी।
कई तरह की परेशानियों से पीड़ित था बच्चा
2022 के अंत में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने लड़के को गंभीर रूप से कुपोषित, कोमा में और हाइपोथर्मिया से पीड़ित पाया। इसके बाद आरोपी मां को गिरफ्तार कर लिया गया। शिकायत में कहा गया है कि आरोपी महिला ने कई घंटों तक माइनस शून्य तापमान में भी अपार्टमेंट की खिड़कियां खोलकर अपने बेटे को ठंडे पानी से नहलाया था, जिससे उसकी जान को खतरा हो गया था।
बच्चे के लिए कोर्ट ने दिए खास निर्देश
ऑस्ट्रियाई समाचार एजेंसी एपीए के अनुसार, मुकदमे के दौरान, दोनों महिलाओं ने एक-दूसरे पर दोषारोपण किया, मां ने अपने कृत्य के लिए माफी मांगी और दावा किया कि वह केवल अपने बेटे को अनुशासन में रखना चाहती थी। पीठासीन न्यायाधीश ने पाया कि लड़का मनोवैज्ञानिक रूप से काफी बिखर चुका है और उसे पूरी सहायता देने का आदेश दिया।
मामले की जांच के लिए जांच टीम का गठन
आरोपी महिला की साथी ने अदालत में कहा कि उसे इन हरकतों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। राज्य सरकार ने यह जांच करने के लिए एक आयोग भी गठित किया है कि क्या अधिकारी पहले लड़के को बचाने के लिए और अधिक प्रयास कर सकते थे। हालांकि, कहा जा रहा है कि लड़के को जब रेस्क्यू कर लिया गया था, तो उसके बाद भी वह अपनी मां के पास भाग गया था, लेकिन फिर उसे दोबारा लेकर आया गया।