स्वामी प्रसाद और संघमित्रा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट, दीपक ने दी थी अर्जी

लखनऊ / बदायूं। दीपक कुमार स्वर्णकार पेशे से पत्रकार हैं। लखनऊ निवासी दीपक का दावा है कि लोकसभा चुनाव के पूर्व 2019 में उनकी शादी संघमित्रा मौर्या से हुई थी। स्वामी प्रसाद मौर्या और परिवार की जानकारी में दीपक और संघमित्रा लंबे समय तक साथ रहे और बाद में शादी कर ली, लेकिन संघमित्रा मौर्या के सांसद बनने के बाद खुद संघमित्रा और उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्या, दीपक की जान के दुश्मन बन बैठे। दीपक ने आरोप लगाया था कि उन पर कई बार हमला भी हो चुका है। इसके बाद दीपक ने संघमित्रा, स्वामी प्रसाद मौर्य समेत छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट और धमकाने का आरोप लगाते हुए परिवाद दाखिल किया था। दीपक ने जो अर्जी दी थी, उसमे उनका दावा है संघमित्रा मौर्या ने 2019 के चुनाव में चुनाव आयोग को जो हलफनामा दिया है, उसमें खुद को उन्होंने अविवाहित दिखाया था। इस मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने सारे आरोपियों को तलब किया था। चार अप्रैल की तारीख पर ये लोग कोर्ट में पेश नहीं हुए, जिसके बाद कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया है।


ये है पूरा मामला –
बदायूं। वादी दीपक ने संघमित्रा मौर्य, स्वामी प्रसाद मौर्य समेत छह लोगों के खिलाफ अपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी, मारपीट और धमकाने का आरोप लगाते हुए परिवाद दाखिल किया था, जिसमें एमपी-एमएलए कोर्ट ने नियत तिथि पर सारे आरोपियों को तलब किया था, जिस पर किसी ने भी कोर्ट के सामने पेश होने की जहमत नहीं उठाई। इस दौरान वादी की तरफ से उनके अधिवक्ता रोहित कुमार त्रिपाठी और राजेश कुमार तिवारी सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button