डच चुनाव में इस्लाम विरोधी नेता गीर्ट वाइल्डर्स नीदरलैंड में बड़ी जीत हासिल करने के लिए तैयार

एम्स्टर्डम (नीदरलैंड)। नीदरलैंड के आम चुनाव पूरे हो चुके हैं। अनुमान है कि यहां के धुर-दक्षिणपंथी नेता और इस्लाम विरोधी गीर्ट वाइल्डर्स चुनाव जीत सकते हैं। एग्जिट पोल के अनुसार, डच धुर दक्षिणपंथी नेता गीर्ट वाइल्डर्स नीदरलैंड चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के लिए तैयार हैं। सामने आए एग्जिट पोल में उनकी पार्टी फ्रीडम पार्टी (पीवीवी) का परिणाम पहले से लगाए जा रहे सभी कयासों के उलट रहा है।

पीवीवी सभी पार्टियों को मात देते हुए 150 में से सबसे ज्यादा 35 सीटें जीत रही है। एग्जिट पोल के अनुसार, 2021 के चुनाव में हासिल की गई संख्या से दोगुनी से भी अधिक है। एग्जिट पोल के अनुसार निवर्तमान प्रधानमंत्री मार्क रूट की पार्टी कंजरवेटिव पीपुल्स पार्टी फॉर फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी (वीवीडी) 23 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है। यदि सभी वोटों की गिनती के बाद पुष्टि हो जाती है, तो वाइल्डर्स की जीत यूरोपीय राजनीति को हिला देगी।

नीदरलैंड में इस्लाम विरोधी लहर
बता दें कि वाइल्डर्स के चुनाव कार्यक्रम ने नीदरलैंड के यूरोपीय संघ छोड़ने पर जनमत संग्रह करने, शरण चाहने वालों को स्वीकार करने पर रोक लगाने और डच सीमाओं से प्रवासियों की वापसी का आह्वान किया। उन्होंने नीदरलैंड के “डी-इस्लामीकरण” की भी वकालत की।

वहीं, फ्रैंस टिम्मरमन्स के नेतृत्व वाले लेबर-ग्रीन गठबंधन के 25 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहने की उम्मीद है। जो इसकी मौजूदा 17 सीटों से महत्वपूर्ण वृद्धि है। राष्ट्रीय प्रसारक एनओएस के लिए इप्सोस द्वारा जारी किए गए एग्जिट पोल के अनुसार, सेंटर-राइट वीवीडी के नेता और निवर्तमान प्रीमियर मार्क रुटे के उत्तराधिकारी दिलन येसिलगोज को महत्वपूर्ण झटके लगे और उन्हें 24 सीटें जीतने की उम्मीद है, जो पहले से 10 कम है। हालांकि, एग्जिट पोल में यह भी कहा गया है कि भले ही वाइल्डर्स सबसे अधिक सीटें जीती हैं, लेकिन इसकी संभावना नहीं है कि वह प्रधानमंत्री बनेंगे।

पोलिटिको के अनुसार, डच चुनाव की अप्रत्याशित जीत अत्यधिक यूरोसेप्टिक और इस्लाम विरोधी गीर्ट वाइल्डर्स होगी। एक ऐसा विकास जो यूरोपीय राजनीति को हिलाकर रख देगा। वाइल्डर्स की इस्लाम विरोधी बयानबाजी स्पष्ट रूप से पीवीवी के राजनीतिक अभियान का हिस्सा रही है। पार्टी ने सार्वजनिक स्थानों पर इस्लामिक हेडस्कार्फ़ को गैरकानूनी घोषित करने के साथ-साथ मस्जिदों और कुरान पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया था। इसके अलावा, एक कट्टर यूरोसेप्टिक होने के साथ-साथ, वाइल्डर्स ने यूरोपीय संघ छोड़ने पर “नेक्सिट” वोट की वकालत की है।

एग्जिट पोल के अनुमान के बाद हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने वाइल्डर्स को तुरंत बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “परिवर्तन की हवाएं यहां हैं!”

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