माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब के भाइयों पर वक्फ की 100 करोड़ से ज्यादा कीमत की जमीन कब्जा करने का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि जैनब के भाइयों ने जमीन बेच दी थी. इस मामले को लेकर पूरामुफ्ती थाना इलाके में अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा, साले सद्दाम, जैद, सिलवी, नईम, तारिक सहित अन्य के खिलाफ 18 नवंबर को केस दर्ज किया गया था. बाकायदा इस मामले की शिकायत वादी माबूद अहमद उर्फ मन्नू ने वक्फ बोर्ड से की है.
जानकारी के अनुसार, वक्फ की कब्जा की गई जमीन की अनुमानित कीमत 100 करोड़ से अधिक बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि अशरफ किसी समय बोर्ड की जमीन पर महल बनवा रहा था. फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है. माबूद अहमद ने इसकी शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से भी की है.
माबूद अहमद ने सितंबर 2020 में वक्फ की जमीन कब्जा करने के विरोध में शिकायत प्रयागराज के अधिकारियों से की थी. माबूद ने इसमें कहा कि मरहूम अतीक अहमद, उसके छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा के भाई सद्दाम, जैद, तारिक ने अकबरपुर सल्लाहपुर जीटी रोड से सटी सुन्नी वक्फ बोर्ड नंबर 67 के नाम दर्ज कई बीघा भूमि को कब्जा कर लिया था.
इसके बाद फर्जी दस्तावेज बनवाकर जमीन बेच दी थी. इसके अलावा दूसरे लोगों को अवैध कब्जा करवाकर उनसे पैसे ले लिए. बाकी जमीन पर खुद कब्जा कर रखा है. आरोपियों ने दूसरी जगह पर भी कब्जा कर लिया. जिस पर बाकायदा प्लाटिंग हो रही है. वही खाली मैदान और जमीन पर अभी भी प्लाटिंग की जा रही है.
कमिश्नर के निर्देश पर गठित की गई जांच टीम
कमिश्नर विजय विश्वास पंत के निर्देश के बाद इस मामले को लेकर जांच टीम गठित की गई. उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में जांच टीम ने शिकायतकर्ता माबूद अहमद के आरोप को सही पाया. माबूद अहमद ने अधिकारियों का जांच आदेश भी अपनी तहरीर में लगाया है. फिलहाल पूरामुफ्ती थाने में शिकायतकर्ता माबूद अहमद की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है, लेकिन सातों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
माबूद अहमद के मुताबिक, खान बहादुर नवाब सैय्यद मोहम्मद ईसा के पुत्र सैय्यद मो.एजाज ने सल्लाहपुर की जमीन वक्फ को दान में दी थी. वर्षों पहले वह अमेरिका चले गए थे. वक्फ की जमीन की देखभाल के लिए मुतवल्ली को नियुक्त किया था. मुतवल्ली ने ही शिकायतकर्ता माबूद अहमद को वक्फ की जमीन मस्जिद आदि की देखरेख के लिए नियुक्त किया. उसे कैंसर हो गया था तो वह इलाज के लिए बाहर चला गया था. जब लौटकर आया तो पता चला कि मुतवल्ली और उसकी पत्नी ने माफिया से मिलीभगत कर जमीन पर कब्जा करवा दिया है.