![](https://nishpakshpratidin.com/wp-content/uploads/2023/12/IMG-20231230-WA0011-780x470.jpg)
बाराबंकी। विगत तीन दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड में गेहूं की फसल पर अमृत बनकर पाला बरस रहा है। हालांकि इस कड़ाके की ठंड से सरसों की फसल का भी फायदा हो रहा है। लेकिन अत्यधिक पाला पड़ने से सरसों की फसल में किसानों का नुकसान हो सकता है। बता दें कि बीते तीन दिनों से पढ़ रही कड़ाके की ठंड से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ज्यादातर लोगों के घरों में रखे गर्म कपड़े व रजाई सहित हीटर बाहर आ चुके है। शनिवार को सूर्यनारायण के दर्शन न होने से इस कड़ाके की ठंड का कहर बेजुबान जानवरों को भी झेलना पड़ रहा है। शीत लहर के चलते हाड़ कपा देने वाली ठंड की शुरुआत हो गई है। जिससे बाजारों में भी लोगों की चहल कदमी कम हो गई है। शुक्रवार को धूप निकलने पर लोग बाजारों सहित घर के बाहर देखे गए थे। लेकिन शनिवार को लोग अपने घरों, आफिसों व दुकानों के बाहर अलाव जलाकर हाथ सेकते नजर आए। किसान रामसमुझ, गोपाल, पवन, संजय आदि ने बताया कि खेतों में लहलहाती फसल को देखकर हम सभी खुश है। एक सप्ताह पहले काम ठंड पड़ने पर फसल पर कट प्रभावित हो रहे थे। जिससे पौधे का विकास नहीं हो रहा था। ठंड के साथ फसल को धूप मिलने से उसका विकास तेजी से होता है। अब धीरे-धीरे मौसम गेहूं और सरसों के लिए अनुकूल हो रहा है।