बिसवां सीतापुर- कस्बे में शाम सात बजे जलने वाले अलाव रात्रि दस बजे से ग्यारह बजे के मध्य ही राख के ढेर में परिवर्तित हो जा रहे हैं । कड़ाके की ठंढ और शीत लहर के चलते बीते दिनों जिला अधिकारी ने जनपद में ठंड और शीतलहर को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश के साथ-साथ नगरीय क्षेत्रो में अलाव जलाए जाने के सख्त निर्देश दिए थे । उन्होंने उन्होंने जिला स्तरीय बैठक में नगर पालिका परिषद बिसवां का जिक्र भी किया था ।हालात यह है कि शाम को सात बजते ही लोग गलनभरी सर्दी के चलते अपने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर घरों में जहां दुबक जा रहे हैं । वहीं नगर में रात्रि के समय आने वाले यात्रियों के लिए आग की तपिस ऊंट के मुंह में जीरा जैसा देखने को मिल रही है रात्रि दस बजे से ग्यारह बजे के मध्य दैनिक निष्पक्ष प्रतिदिन के संवाददाता ने नगर में जल रहे अलाव की पड़ताल की तो हकीकत चौकाने वाली मिली ।
रेलवे स्टेशन पर एक लकड़ी के सहारे अलाव सुलग रहा था वही नगर के बड़े चौराहे पर अलाव के नाम पर खानापूर्ति ही देखने को मिली जो की अलाव बस कुछ लकड़ियाँ सुलग रही थी। वही नगर के रोडवेज बस अड्डा और मोहल्ला जोशी टोला चौराहे पर मात्र दो लड़कियों के सहारे लोग प्लास्टिक को जलाकर लकड़ियों को जलाने का का प्रयास करते हुए देखे गये। वही जोशी टोला चौराहे पर ही पूरी रात्रि गस्त करने वाले होमगार्ड जवान कैसे इस गलनभरी सर्दी में रात में अपनी ड्यूटी को अंजाम देते होंगे। यह अनुमान लगाया जा सकता है। वही मंगरहिया बाजार सेंट जेविय स्कूल के पास लगने वाला अलाव लगभग बुझ चुका था । वही जहांगीराबाद बस अड्डे पर लोगों ने बताया कि आज अलावा यहां पर नहीं जलाया गया वहीं प्राथमिक विद्यालय झज्जर,के पास इस बार अलाव नही जलाया गया यहां भी सुरक्षा के मद्देनज़र होमगार्ड का जवान चहल कदमी करते हुए देखने को मिला।यही नही इस बार नगर की आसरा कॉलोनी , काशीराम कॉलोनी में नगर पालिका के जिम्मेदारों ने अलाव की व्यवस्था नहीं सुनिश्चित कराई । गौरतलब हो की वर्तमान समय में नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी का निलंबन होने के चलते नई तैनाती नहीं हो पाने से आम जनमानस अगर शिकायत करें भी तो आखिर किससे करें यही नहीं आमजन की माने तो नगर के नायक के ओहदे से नवाजे गए नगर के चेयरमैंन पुष्पू जायसवाल आम जन का फोन ही रिसीव नहीं करते जिससे लोगों को काफी दुश्वारियां हो रही हैं । लोगों ने यहां तक कहा कि बीते पंद्रह वर्ष नगर की कमान महिला नेत्री सीमा जैन के हाथों में थी तो नगर के इन उक्त तमाम जगहों पर अलाव का भारी भरकम व्यवस्था देखने को मिलती थी । अब सवाल यह है कि नगर की जनता को इस बदलाव से आखिर क्या हासिल हो रहा है ।