गोपेश्वर । जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता और मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत आकाशवाणी नई दिल्ली की ओर से गुरुवार को देश के प्रथम गांव माणा में भव्य कार्यक्रम किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आकाशवाणी नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. वसुधा गुप्ता और जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान स्थानीय महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में पौणा नृत्य के साथ अतिथियों का स्वागत किया गया। सांस्कृतिक दलों ने स्वागत गीत और जागर गायन की प्रस्तुति और आईटीबीपी के बैंड की मधुर धुन ने सभी को मंत्रमुग्ध किया।
आकाशवाणी के महानिदेशक ने कार्यक्रम में लोगों से कहा कि माणा गांव में पहुंचते ही उन्हें ऐसा लगा कि वे अपने गांव में हैं। उन्हें बहुत ही अपनापन महसूस हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है और लोगों को भी हम अपनी संस्कृति का अहसास करवाना होगा। हमें अपनी पारंपरिक वेशभूषा बोली भाषा को अपनी धरोहर समझ कर उसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। आकाशवाणी की कोशिश रहेगी कि उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों, बोली-भाषा को लेकर निरंतर आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया जाए।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि माणा गांव हमारी पौराणिक संस्कृति से भरपूर है। यहां धार्मिक और तीर्थाटन की अपार संभावनाएं हैं। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम में भी यहां की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का काम किया जा रहा है। देश के प्रथम गांव माणा में आकाशवाणी द्वारा मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन इस क्षेत्र के विकास और प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 अक्टूबर,2022 को सीमांत गांव माणा में आयोजित सरस मेले में शिरकत की थी। इस दौरान सीमांत गांव माणा को देश के प्रथम गांव के रूप में नई पहचान मिली। प्रधानमंत्री कई मौके पर माणा की सांस्कृतिक विरासत, इतिहास, और भौगोलिक स्थिति का जिक्र करते आए हैं। देश की सरहद पर बसे गांवों के नागरिकों को द्वितीय रक्षा पंक्ति भी कहा जाता है।