नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश चुनाव में मिली हार पर प्रतिक्रिया दी है. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर इशारों में ईवीएम पर हार का ठीकरा फोड़ा है. अखिलेश यादव ने मांग की है कि चुनाव बैलट पेपर से होने चाहिए.
वाराणसी में अखिलेश ने कहा कि हमलोग निराश नहीं हैं, लोकतंत्र में ऐसे परिणाम आते हैं. अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनकी उम्मीद टूटी है. लेकिन लड़ाई लंबी है. आने वाले समय में परिणाम दूसरे होगे.
ईवीएम प्रक्रिया पर सवाल करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बैलेट पेपर को अपनाना चाहिए. अमेरिका जैसे विकसित देश में एक महीने चुनाव होता है, अगर अमेरिका जैसा देश एक महीने काउंटिंग कराता है तो आपको किस बात की जल्दी है. देश के लिए लोकतंत्र और संविधान बचाना प्राथमिकता है.
गठबंधन के मुद्दे पर अखिलेश ने कहा कि जहां जो दल मजबूत है वहां दूसरे पार्टिंयां उनकी मदद करें. आने वाले चुनाव में यही नारा लगेगा, – घर घर बेरोजगार, कब मिलेगा रोजगार.
अनुपूरक बजट पर उठाए सवाल
एमपी में कांग्रेस के रवैये पर भी अखिलेश ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि एमपी के चुनाव में बातचीत हुई, उनकी राजनीतिक परिस्थिति ये नहीं थी कि हम समाजवादियों को 7 सीट नहीं मिल सकती थी.
अखिलेश यादव ने कहा कि ‘दिल्ली वाले लोग चुनाव में आने वाले हैं क्या किसान की आय दोगुनी हो गई? नौकरी रोजगार मिल गया? मुझे उम्मीद है देश का नौजवान यह नारा देगा कि घर-घर बेरोजगार, कब मिलेगा रोजगार.’
योगी सरकार के अनुपूरक बजट पर अखिलेश यादव ने कहा कि ‘मैंने सप्लीमेंट्री बजट पर कहा कि सरकार को कम से कम 5000 करोड़ का बजट रखना चाहिए, सरकार क्यों पीछे भाग रही है. हमारे 46 में 56 वाले मुख्यमंत्री जी कह रहे थे कि जो गोरखपुर लिंक है वह केवल 3000 करोड़ की बनी है.