-अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में भी ठेकेदार , जेई और नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों ने कर डाला खेल
-टूटा मेन गेट,अधूरे शौचालय, जगह जगह टूटी फूटी फर्श अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की गा रहे गाथा
निष्पक्ष प्रतिदिन,लखनऊ
कहते हैं कि शव यात्रा में शामिल लोग जब अंत्येष्टि स्थल पर कुछ पल बिताते हैं, तो उनको आभास होता है, कि जिस मोह माया के चक्कर में हम पड़े हैं। वह यहीं पड़ा रह जाएगा। इसलिए हाय हाय करने की क्या जरुरत है।किन्तु वहां से लौटने के बाद लोग एक बार फिर उसी मोह माया के चक्कर में पड़ जाते हैं।उसी की बानगी यहां बीकेटी नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक में स्थित बीकामऊ कला गांव में नगर द्वारा लाखों की लागत से बनाये गये अंत्येष्टि स्थल में देखने को मिली।जहां निर्माण करने वाले धन कमाने की चाहत में भूल गये कि यह अंत्येष्टि स्थल का निर्माण है,कोई अन्य काम नहीं,यह सब बातें भूलकर यहाँ पर ठेकेदार द्वारा अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग कर लाखों रुपये का बंदरबाट कर लिया गया।जिससे बनने के कुछ महीनों बाद ही खंडहर में तब्दील होने लगा है।अब इसकी स्थित यह है,कि यहां पर सिर्फ दो एक बार ही अंतिम संस्कार के बाद अब यहां कोई नहीं जाता है।क्योंकि हालत काफी खराब है।ग्रामीणों का यह भी कहना है, कि लाखों खर्च होने के बाद भी यह अंत्येष्टि स्थल गांव वालों के काम नहीं आ रहा है।
ग्रामीणों की शिकायत पर निष्पक्ष प्रतिदिन की टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल की तो देखने में आया कि मेन गेट टूटा हुआ है,अंदर बने शौचालयों की हालत अत्यंत खराब स्थित में अधूरे पड़े हुए हैं।जिसमें अंदर लगी सीट में मिट्टी इत्यादि कचड़ा भरा हुआ है, जो उपयोग लायक नहीं हैं।अंदर गंदगी इतनी कि बड़ी बड़ी झाड़ियां उग आयी हैं।जिसमें जहरीले जीव जंतुओं ने अपना घर बना लिया है।इतना ही नहीं अंत्येष्टि स्थल के अंदर बनी फर्श पर लगाई गयी सस्ती एवं घटिया किस्म की टाइल्स जो जगह जगह से टूटने लगी है।वहीं अंत्येष्टि स्थल के अंदर जाने लिए बनाये गये रैम्प में भी घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है।जिससे वह भी धीरे धीरे क्षातिग्रस्त हो रहा है।अंत्येष्टि स्थल की तस्वीरें स्वयं खुद बया कर रही हैं कि निर्माण जमकर घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग कर सरकारी धन की बंदरबांट की गयी है।ग्रामीणों के मुताबिक जब अंत्येष्टि स्थल का जब निर्माण शुरु हुआ था तभी से हम लोग घटिया निर्माण सामग्री के प्रयोग का विरोध कर रहे थे।लेकिन तत्कालीन चेयरमैन ने आश्वासन दिया था,कि आप लोग चिंता ना करें काम नंबर एक का कराया जायेगा।लेकिन बनने के कुछ माह बाद ही खंडहर होने लगा।बता दें कि सरकार की मंशा थी कि ग्रामीण क्षेत्र में खेत, खलिहान में जलाए जाने वाले शवों से फैलने वाले प्रदूषण को रोकने और लोगों को शवदाह के लिए बेहतर व्यवस्था देने को अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराया जाए।इसी क्रम में बीकामऊ कला गांव में अत्याधुनिक अंत्येष्टि स्थल निर्माण के लिए शासन ने नगर पंचायत को लाखों रुपये का बजट पास कर दिया।शासन ने जो मानक निधारित किए थे। धन की बंदरबांट के चलते उन मानकों पर अंत्येष्टि स्थल खरा नही उतर रहा है। अंत्येष्टि स्थल निर्माण में जमकर अनियमितता की गई है। कुल मिलाकर धन का बंदरबाट ठेकेदार ,जेई और नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों ने आपस में कर लिया।इसके चलते जिम्मेदार अधिकारियों ने मानिटरिंग भी नहीं की।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किसी भी कार्य में लापरवाही न बरतने का निर्देश है,फिर भी अंत्येष्टि स्थल निर्माण में जमकर अनियमितता की गईं हैं।
जवाब देने से बच रहे जिम्मेदार
इस बाबत जब नगर पंचायत बीकेटी की ईओ संध्या मिश्रा को जब उनके सीयूजी मोबाइल नंबर 8189078270 पर जब फोन मिलाकर उनसे उक्त मामले में पूछा गया तो वह इस मामले में जवाब देने से बचती दिखाई दी।उन्होंने इस संबंध में कोई भी जवाब नहीं दिया।