दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली में मंगलवार रात दिल दहला देने वाली वारदात हुई। वसंत कुंज-महिपालपुर मार्ग पर साकेत कोर्ट के पास एयरपोर्ट जाने के लिए सवारी बनकर बैठे दो बदमाशों ने कैब लूट ली और विरोध करने पर उसी कैब (स्विफ्ट डिजायर) से करीब ढाई किलोमीटर तक घसीटकर चालक की हत्या कर दी।
मेरठ से गिरफ्तार हुए आरोपी
उसे कैब से घसीटने और सड़क किनारे शव पड़ा होने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। वसंत कुंज उत्तर थाना पुलिस ने हत्या और साक्ष्य मिटाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर बुधवार रात दोनों आरोपितों को यूपी पुलिस की मदद से मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है।
दक्षिणी पश्चिमी जिले के डीसीपी मनोज सी. ने बताया कि मंगलवार रात 11:20 बजे पुलिस को सड़क किनारे शव होने की सूचना मिली। पैन कार्ड के आधार पर शव की शिनाख्त फरीदाबाद के सेहतपुर निवासी कैब चालक बिजेंद्र के रूप में हुई।
वह मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले थे। रात करीब डेढ़ बजे घटना की सूचना पाकर उनके स्वजन पुलिस के पास पहुंचे। तब तक आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम काम में जुट गई थी। मेरठ के लोहिया नगर निवासी आरोपित मेराज सलमानी व शहजानपुर निवासी आसिफ को बुधवार देर रात मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया।
बिना एप के बुक की थी कैब
पुलिस ने लूटी हुई कैब भी बरामद कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, बदमाशों ने साकेत कोर्ट के पास से एयरपोर्ट के लिए बिना बुकिंग एप के 450 रुपये में कैब बुक की थी। दिल्ली कैंट क्षेत्र में पहुंचने पर आरोपितों ने बिजेंद्र से पिस्टल के बल पर कैब लूट ली और उसे धक्का दे दिया।
नीचे गिरते वक्त सीट बेल्ट में फंसा बिजेंद्र का हाथ
इस दौरान बिजेंद्र का हाथ कैब की सीट बेल्ट में फंस गया था। उसने कैब को रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपित मेराज सलमानी ने कैब की रफ्तार बढ़ा दी। इससे बिजेंद्र कैब के पिछले पहिये में फंस गए और मेराज उन्हें घसीटता हुआ करीब ढाई किलोमीटर तक लेकर गया।
बाद में शव को सड़क किनारे फेंककर सभी फरार हो गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कैब चालक बिजेंद्र का फोन मंगलवार रात 10:30 बजे तक आना था।
इस दौरान लोकेशन दिल्ली कैंट क्षेत्र में जेपी कॉलेज के पास की मिली। उसके बाद से फोन की लोकेशन का पता नहीं चल सका। इसी जगह आरोपितों ने कैब लूटी थी।