इटावा| दूसरे युवक से बात करने पर नाराज महेंद्र ने गर्दन में पेंचकस घोंपकर प्रिया की हत्या की थी। करीब सात घंटे तक शव को कार में लेकर घूमता रहा और फिर वैदपुरा क्षेत्र के सोनई गांव के पास सड़क किनारे शव फेंककर छिबरामऊ भाग गया था। महेंद्र को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है। पुलिस ने साजिश में शामिल आरोपी के चाचा को भी पकड़ा है, जबकि मुख्य आरोपी का भाई अरविंद अभी फरार है।
सैफई मेडिकल कॉलेज की पैरामेडिकल छात्रा प्रिया मिश्रा निवासी कुदकोट जिला औरैया की हत्या के मामले में वैदपुरा पुलिस ने गुरुवार देर रात प्रिया की मां शोभा मिश्रा की तहरीर पर मुख्य आरोपी महेंद्र बाथम, उसके भाई अरविंद और चाचा रामप्रकाश के खिलाफ हत्या और साजिश की धारा में रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद सभी आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई थीं।
शुक्रवार दोपहर सुबह चेकिंग के दौरान सोनई पुल के पास से मुख्य आरोपी महेंद्र बाथम और उसके चाचा रामप्रकाश को नगला बरी से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि करीब चार साल से प्रिया के साथ उसके प्रेम संबंध थे। लगभग एक माह से प्रिया ने उससे बात करना कम कर दिया था। उसके कॉलेज के एक दोस्त के संपर्क में आने की जानकारी मिली, तो उसे कई बार कॉलेज के दोस्त से बात करने से मना किया, लेकिन प्रिया नहीं मानी।
कार में 25 मिनट तक तड़पती रही प्रिया
बताया कि वह शुक्रवार को भी उससे मिलकर यही समझाने के लिए गया था। गुरुवार सुबह करीब 11 बजे वह उसे कार में बैठाकर निकला, तो दूसरे युवक से बात करने को लेकर कहासुनी शुरू हो गई। गुस्से में उसने प्रिया को थप्पड़ मार दिया। इस पर उसने भी थप्पड़ मारा। आक्रोश में उसने कार के डैसबोर्ड में रखा पेंचकस उसकी गर्दन में घोंप दिया। प्रिया कार में लगभग 25 मिनट तक तड़पती रही और फिर करीब 12 बजे उसने दम तोड़ दिया।
मुख्य आरोपी और उसका चाचा गिरफ्तार
हत्या के बाद सैफई रोड पर ही पेंचकस को फेंक दिया। पेंचकस को बरामद करने के लिए पुलिस बरामदगी कराने के लिए उसे ले गई थी। यहां उसने खेत में छिपाकर रखे तमंचे से पुलिस टीम पर फायर कर दिया। गोली वैदपुरा एसओ समित कुमार की कार के बोनट में लगी। पुलिस की कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जिला अस्पताल पहुंचाया। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी और उसके चाचा को गिरफ्तार कर लिया है।
परिजनों ने की आरोपी के घर पर बुलडोजर चलवाने की मांग
कुदकोट स्थित घर पर शव पहुंचते ही परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। डीएम और एसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। कहा कि जब तक दोनों अफसर नहीं आएंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। परिजनों ने मांग की कि आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाया जाए। उन्हें फांसी की सजा दी जाए। स्थिति को देखते हुए मौजूद पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को मुख्य आरोपी महेंद्र बाथम और साजिश में शामिल चाचा को गिरफ्तार करने की जानकरी दी। इसके बाद परिजन शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
पैरामेडिकल छात्राओं का हंगामा, सुरक्षा पर उठाए सवाल
एएनएम प्रथम वर्ष की छात्रा प्रिया मिश्रा की हत्या से गुरुवार रात सैफई मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। गुरुवार रात के बाद शुक्रवार सुबह फिर ट्रामा सेंटर में हंगामा हुआ। बड़ी संख्या में जुटीं पैरामेडिकल छात्राओं ने प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। अधिकारियों के कार्रवाई के आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त हुआ।
सीसीटीवी खराब होने और गार्ड की संख्या कम होने पर नाराजगी
शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे एक हजार से अधिक छात्राएं छात्रों के साथ इमरजेंसी ट्रामा सेंटर के गेट पर एकत्रित हो गईं। छात्रा प्रिया की हत्या पर नाराजगी जाहिर करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। प्रिया को न्याय दिलाने और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन किया। छात्र-छात्राओं ने सीसीटीवी खराब होने और गार्ड की संख्या कम होने पर नाराजगी जाहिर की। सूचना पर एसडीएम दीपशिखा, एसडीएम कुमार सत्यमजीत, सीओ विवेक जावला, सीओ नागेंद्र चौबे पहुंच गए।
एबीवीपी के कार्यकर्ता भी मेडिकल कॉलेज परिसर में पहुंचे
उन्होंने छात्र-छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानीं। इसके बाद कुलपति प्रोफेसर डॉ. प्रभात कुमार सिंह एवं प्रतिकुलपति डॉ. रमाकांत यादव को बुलाकर छात्राओं की मांगों को पूरा कराने के लिए शासन को पत्र लिखने का आश्वासन दिया। पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ता मेडिकल कॉलेज परिसर में पहुंच गए। उन्होंने भी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की। शाम करीब पांच बजे कुलपति के समझाने पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया।
निजी अस्पताल में ले जाकर प्रिया को बचाने का किया था प्रयास
शुक्रवार दोपहर लगभग पौने 12 बजे महेंद्र कार से गंभीर हालत में प्रिया को फर्रुखाबाद दतावली नहर के पास स्थित शहर के एक बड़े निजी अस्पताल में ले गया था। यहां पर नर्सिंग स्टाफ ने प्रिया की हालत गंभीर देखते हुए उसे बचाने में असमर्थता जताई थी और मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए कहा था। इस पर वह उसे लेकर फिर कानपुर-आगरा नेशनल हाईवे की ओर निकल गया। इस बीच लगभग 12 बजे प्रिया ने दम तोड़ दिया।
शव को सोनई पुल के पास फेंका, फिर छिबरामऊ निकल गया
उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए लगभग तीन घंटे तक यमुना पुल और उदी क्षेत्र में घूमा, लेकिन कोई मौका नहीं मिला। इसके बाद करीब साढ़े चार घंटे अन्य रास्तों पर घुमाया। रात करीब साढ़े सात बजे वैदपुरा क्षेत्र में सोनई पुल के पास शव को फेंककर एक्सप्रेसवे होते हुए छिबरामऊ निकल गया। यहां आरोपी अपने एक मित्र के यहां रुका था। पुलिस टीम में एसओज प्रभारी जयप्रकाश सिंह, सर्विलांस प्रभारी नागेंद्र चौधरी, वैदपुरा एसओ समित चौधरी, चौबिया एसओ मंसूर अहमद आदि शामिल रहे।