शिक्षा का मंदिर बन चुका है शराबियों का अड्डा
निष्पक्ष प्रतिदिन/मलिहाबाद,लखनऊ।
नवनिहालों को शिक्षित बनाने का संकल्प लेकर विद्यालय में तैनात हुए शिक्षक छात्रों को शिक्षा देना छोड़ इधर-उधर ऐश कर रहे हैं। प्रदेश में सरकार ने शिक्षा फ्री करते हुए उन्हें हर तरह की मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया था लेकिन उस मंसूबे पर कुछ चंद शिक्षक नवनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर तुले हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लोग जागरुक नहीं हैं इस वजह से कुछ विद्यालयों के शिक्षक इसका फायदा उठाते हुए नवनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अगर इस गंभीर मुद्दे पर किसी जिम्मेदार ने संज्ञान नहीं लिया तो शिक्षक उनके भविष्य के साथ ऐसे ही खिलवाड़ करते रहेंगे।
लखनऊ जनपद के मलिहाबाद खंड शिक्षा अधिकारी के अंडर में रुसेना मजरे चैना गांव में बना प्राथमिक विद्यालय खंडहर में तब्दील हो गया है। शिक्षकों के ना आने के चलते यहां पर कोई भी नवनिहाल आने को तैयार नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक इधर-उधर घूमते रहते हैं। महीने में कभी कभार ही यहां पर आकर चंद मिनट में चले जाते हैं। अभिभावकों ने इस संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों से मिलकर इसकी शिकायत की लेकिन उन्होंने भी कुछ खास ना समझते हुए नजरअंदाज कर दिया। बच्चों ने भी अध्यापक के ना आने के कारण विद्यालय आना बंद कर दिया है। बुधवार को जब विद्यालय पहुंच कर देखा गया तो 10 बजने के बाद भी वहां पर मात्र एक शिक्षामित्र ही मौजूद मिले। हालांकि मौके पर कोई भी नवनिहाल मौजूद नहीं था। गांव जाकर जब इसकी पड़ताल की गई तो अभिभावकों ने बताया कि शिक्षकों के ना आने के चलते बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। उन्होंने इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है इस वजह से बच्चों को विद्यालय भेज कर क्या फायदा है।
प्रधानाध्यापक मस्त नौनिहाल पस्त
विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक महीने में कभी कबार पहुंच कर अपने कार्यों को पूरा कर चले जाते हैं। लेकिन उनके इन कार्यों के चलते नवनिहालों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। सरकार के मंसूबों पर ऐसे शिक्षक पानी फेरने पर तुले हुए हैं।
शराबियों का अड्डा बना प्राथमिक विद्यालय
आसपास गांव में जाकर पता किया तो ग्रामीणों ने बताया कि यह विद्यालय शराबियों का अड्डा बन चुका है। वहीं चंद दिनों पहले इस विद्यालय में किन्हीं अज्ञात बदमाशों के द्वारा दरवाजे को भी तोड़ दिया जा चुका है। हालांकि इस मामले में विद्यालय के किसी भी जिम्मेदार ने कोई भी शिकायत नहीं दर्ज कराई है। टूटे दरवाजे को बदलवा कर नया दरवाजा लगवा दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही इस विद्यालय में शराबी जमा हो जाते है। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले विद्यालय में इस तरह की चीज सामने आ रही हैं लेकिन अब देखना यह होगा कि उच्च अधिकारी जांच कर दोषियों के विरुद्ध क्या कानूनी कार्यवाही करेंगे।