सहसवान में गन्ने के खेत में मिले चिन्ह

बदायूं । क्षेत्र में एक बार फिर से तेंदुआ आने का शोर है। गांव खेड़ा पूर्वी में गन्ने के खेत में तेंदुआ के पगचिह्न मिले हैं। इसके साथ ही पदचिह्नों के पास में ही तेंदुआ द्वारा उठाकर लाया गया एक भैंस का बच्चा मिला है। तेंदुआ आने को लेकर ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। किसानों ने अकेले खेतों पर जाना छोड़ दिया है।
सहसवान रेंज में अक्सर तेंदुआ देखे जाने की चर्चा रहती है। एक बार फिर से रेंज के तहत आने वाले गांव खेड़ा पूर्वी में तेंदुआ देखे जाने की चर्चा है। ग्रामीणों ने एक गन्ने के खेत में तेंदुआ के पगचिह्न देखे तब वन विभाग को सूचित किया। रेंजर अशोक त्यागी ने अपनी टीम के साथ मौके का दौरा किया एवं तेंदुआ की तलाश में दो टीमें लगाकर सर्च ऑपरेशन शुरू करा दिया है।

ग्रामीणों ने जिस स्थान पर तेंदुआ के पगचिह्न देखे हैं उसके पास में ही एक भैंस का बच्चा मिला है। जिसे तेंदुआ द्वारा उठाकर लाये जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ इलाके में ही आसपास कहीं छुपा है। तेंदुआ जल्द पकड़ा जाए। ग्रामीणों ने तेंदुआ द्वारा हमले की आशंका भी जतायी है। रेंजर ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना के आधार पर तेंदुआ की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू करा दिया है। तेंदुआ पकड़ने के लिए दो टीमें लगायी गयी हैं, देर रात तक कहीं पर तेंदुआ का सुराग नहीं लगा।

पहले भी आ चुके तेंदुआ

सहसवान रेंज में पहले भी कई बार तेंदुआ आ चुके हैं। मालपुर ततैरा जंगल होने की वजह से यहां पर अक्सर तेंदुआ आते जाते रहते हैं। एक बार ग्रामीणों द्वारा एक तेंदुआ को मारा भी जा चुका है। ऐसे में वन विभाग के लिए तेंदुआ पकड़ने को लेकर विशेष सर्तकता दिखाने की जरूरत है।

ग्रामीण सावधानी बरते

वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुआ को लेकर ग्रामीणों से खेतों पर आते जाते वक्त विशेष सावधानी बरतने को कहा है। रेंजर ने कहा कि किसान ग्रुप के साथ खेतों पर जाएं। शाम के समय बच्चों के लिए घरों से बाहर न निकलने दें। जानवरों के बच्चे पशुशाला में अंधर सुरक्षित ढंग से रखें।

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