गोरखपुर। डाकघर में हुए लाखों रुपये के गबन का आरोपित डाक सहायक सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई निदेशक डाक सेवाएं ने की है। बर्खास्त डाक सहायक शैलेंद्र कुमार वर्तमान में गोला उप डाकघर में कार्यरत था। सोमवार की सुबह ही एसडीआइ ने उसे बर्खास्तगी का पत्र सौंपा था।
वर्ष 2018 से 2022 के बीच उप डाकघर विश्वविद्यालय और डाकघर कूड़ाघाट में खाताधारकों के खाते से कर्मचारियों ने 75 लाख रुपये निकाल लिए थे। उप डाकघर विश्वविद्यालय में हुए गबन के मामले में सहायक अधीक्षक केंद्रीय उप मंडल संतोष कुमार सिंह की तहरीर पर कैंट पुलिस ने डाक सहायक गितेश कुमार पांडेय व चपरासी शैलेश सिंह पर गबन का मुकदमा दर्ज किया था।
इसमें 31 दिसंबर, 2018 से 12 मार्च, 2022 तक विभिन्न खातों से 25,29,317 रुपये की निकासी कर लेने का आरोप है। वहीं, कूड़ाघाट डाकघर में गबन के मामले में निरीक्षक डाकघर पूर्वी उप मंडल सीबी सिंह की तहरीर पर कर्मचारी शैलेंद्र कुमार और संविदाकर्मी रोहित कुमार पर मुकदमा दर्ज हुआ था। शैलेंद्र कुमार निवमनीचक मसौढी, पटना (बिहार) का रहने वाला है।
शैलेंद्र कुमार यहां एक जुलाई, 2019 से 15 जुलाई, 2021 तक तैनात रहा। रोहित चौधरी के सहयोग से उस पर 45,26,234 रुपये गबन करने का आरोप है। विभाग की ओर से चारों को निलंबित कर दिया गया था। कुछ महीने पहले डाक सहायक शैलेंद्र कुमार को बहाल करते हुए गोला उप डाकघर में तैनात किया गया था। निदेशक डाक सेवाएं ने सोमवार को उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
प्रवर अधीक्षक डाक बीके पांडेय ने कहा कि गबन के मामले में डाक सहायक शैलेंद्र कुमार आरोपित था। पहले उसे निलंबित किया गया था। बहाली के बाद वह गोला उप डाकघर में कार्य कर रहा था। सोमवार को विभाग से उसकी सेवा समाप्त कर दी गई।