23वीं मंजिल से कूदकर जान देने वाली मेडिकल छात्रा की आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

गाजियाबाद। इंदिरापुरम की एटीएस एडवांटेज सोसाइटी के टावर नंबर 11 की 23वीं मंजिल से कूदकर जान देने वाली मेडिकल की छात्रा आस्था शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट रविवार शाम को आई।

शाक एंड हैमरेज से मौत होने की पुष्टी हुई है। पांच जगह की हड्डी टूटी थी। पोस्टमॉर्टम कराकर पुलिस ने शव स्वजन को सौंप दिया। स्वजन की ओर से पुलिस को कोई शिकायत भी प्राप्त नहीं हुई है।

पांच जगह से टूटी थी छात्रा की हड्डी
पुलिस उपायुक्त ट्रांस हिंडन ने बताया कि शनिवार शाम करीब 4:50 बजे आस्था का पोस्टमार्टम हुआ था। रविवार शाम को छात्रा आस्था शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई है। छात्रा की पांच जगह से हड्डी टूटी थी।

फव्वारे के पत्थर पर आकर गिरने से उसके कंधे, कूल्हे, कमर, सिर, गर्दन की हड्डी टूटी। नाक पर भी चोट लगी थी। जिससे खून बहा था। मौत की वजह शाक एंड हैमरेज आई है।

पोस्टमॉर्टम से करीब 23 घंटे पहले छात्रा की मौत हुई थी। पुलिस को मौके से मिले सीसीटीवी कैमरों के फुटेज और अन्य साक्ष्यों से अभी तक छात्रा के आत्महत्या करने की ही बात सामने आई है। वह लिफ्ट से 23वीं मंजिल पर गई। फिर पानी की टंकी के पाइप के सहारे छज्जे पर गई।

उसके बाद ऊपर से कूदी है। स्वजन की ओर से भी पुलिस को अभी कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। पुलिस को यदि शिकायत मिलेगी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।

यह है मामला
एटीएस एडवांटेज सोसाइटी के टावर नंबर 11 में कारोबारी के गार्डन में बने फव्वारे में शनिवार सुबह करीब आठ बजे माली पहुंचा। वहां युवती का खून से लथपथ शव पड़ा था। उसने कारोबारी की पत्नी और सोसाइटी के सुरक्षाकर्मियों को जानकारी दी। सूचना पर इंदिरापुरम पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

सात घंटे में दोपहर करीब तीन बजे युवती की पहचान दिल्ली के विकासपुरी चौखंडी सब्जी मंडी के कार शोरूम संचालक अजय शर्मा की बेटी आस्था शर्मा के रूप में हुई। आस्था संतोष मेडिकल कॉलेज में बैचलर ऑफ डेंटिस्ट की पढ़ाई कर रही थी। पुलिस की जांच में आया कि युवती टावर नंबर छह में रहने वाले अपने दोस्त एक्टिंग की पढ़ाई कर रहे रोहित खन्ना के यहां आई थी।

पुलिस ने उससे और छात्रा के स्वजन से पूछताछ की। पता चला कि छात्रा डिप्रेशन में थी। छात्रा टावर और लिफ्ट में लगे सीसीटीवी कैमरे अकेले जाते हुए कैद मिली थी। 23वीं मंजिल पर छत पर उसकी चप्पल मिली थी।

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