लखीमपुर-खीरी। पान मसाला व तंबाकू को अलग-अलग दुकानों पर बिक्री करने की सरकारी अधिसूचना पर रोक लगाए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने डीएम कार्यालय पहुँचकर डीएम के माध्यम से उत्तर प्रदेश शासन को पत्र भेजा।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल ने उत्तर प्रदेश शासन से मांग की पान मसाला और तंबाकू की बिक्री पर या तो पूर्णता प्रतिबंध लगाया जाए, नहीं तो इस विषय को संज्ञान में लेते हुए इसका त्वरित निरस्तीकरण किया जाए। उन्होंने बताया यह आदेश पूर्ण रूप से अव्यावहारिक है। क्योंकि पान मसाला और तंबाकू का व्यवसाय हर गली, नुक्कड़, चौक-चौराहों पर होता है। जिससे अधिकतम गरीब वर्ग के व्यापार करके अपने पारिवारिजनों का भरण पोषण करते हैं। पान मसाला व तंबाकू के जो थोक निर्माता है, वह तो पान मसाला के लिए अलग फैक्ट्री और तंबाकू के लिए अलग फैक्ट्री कर लेंगे।लेकिन जो फुटकर बेचने वाले दुकानदार हैं, जिनकी संख्या केवल उत्तर प्रदेश में ही लाखों में है। उनको पान मसाला के लिए अलग और तंबाकू के लिए अलग कर पाना असंभव है। इस नियम से छोटे दुकानदारों को अधिकारियों के उत्पीड़न का सामना करना पड़ेगा। जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंह अजमानी, जिला महामंत्री उमेश शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।