उरई। शहर के मोहल्ला बघौरा के चार व ग्राम बोहदपुरा का एक दोस्त बर्थडे के अगले दिन पार्टी मनाने के उद्देश्य से पहले एक दूसरे को फोन कर प्लान बनाया, फिर घर में झूठ बोल कर पार्टी मनाने के लिए निकले थे।
इसके बाद वह कोटरा थाना क्षेत्र के बेतवा नदी पर सलाघाट नहाने चले गए थे। एक दोस्त की बर्थडे पार्टी पांच दोस्तों के लिए काल बन गई। महेंद्र पुत्र मूलचंद्र पाल ने दोस्तों को जन्मदिन की पार्टी दी थी। इसके बाद सभी दोस्त स्कूटी और बाइक से घाट किनारे पिकनिक मनाने पहुंचे थे।
जन्मदिन के एक दिन बाद हुई मौत
बघौरा निवासी 16 वर्षीय महेंद्र पाल के पिता मूलचंद्र पाल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में जम्मू में तैनात हैं। महेंद्र पाल का 12 मई को जन्मदिन था। 13 मई सोमवार को वह दोस्तों के साथ पार्टी मनाने के लिए घर में मां जमुना से दो घंटे में वापस आने की बात कहकर निकला था।
कहा था कि वह मेडिकल कॉलेज तक जा रहा है। इसके बाद जब शाम को उसके घर में मां का फोन बजा तो घटना सुन मां बेहोश होकर गिर पड़ी। महेंद्र तीन बड़ी बहनों में इकलौता सबसे छोटा भाई था। इस साल उसने 11वीं की परीक्षा पास की थी।
10वीं पास करने की खुशी न मना सका कनिष
15 वर्षीय कनिष के पिता कल्याण सिंह कृषि विभाग कोंच में बाबू के पद पर तैनात हैं। वह ड्यूटी पर गए थे और मां हेमलता किसी कार्यक्रम में मायके गई हुई थी। कनिष का सोमवार को 10वीं सीबीएसई का रिजल्ट निकला था। वह मॉर्निंग स्टार चिल्ड्रन एकेडमी में पढ़ता था।
घर में दो बहनें व दो भाई थे। घर में माता पिता न होने के कारण कनिष बगैर किसी को बताए घर से निकल गया था। साथ ही बहनें व एक भाई उसके रिजल्ट आने का इंतजार कर रहे थे। शाम को जब उसका रिजल्ट आया तो वह अच्छे नंबर से पास हो चुका था, लेकिन वह घर नहीं लौटा था। शाम को जब सूचना घर के लोगों को मिली तो घर में चीख पुकार मच गई।
स्विमिंग पूल में नहाने की बात कहकर निकला था शिवा
14 वर्षीय शिवा पुत्र रमाकांत ने इस वर्ष कक्षा नौ पास की थी। रमाकांत किसानी करते हैं। दो भाइयों में शिवा छोटा था। घर में पिता न होने पर जब वह घर से निकलने लगा तो मां प्रभा ने पूछा कि कहां जा रहे हो तो शिवा ने मां को बताया कि वह पास के ही एक स्वीमिंग पूल में नहाने जा रहा है और कुछ देर में वापस आ जाएगा।
मां को क्या पता था कि अब उसका लाल कभी नहीं लौटेगा। शाम को जब उसके नदी में डूबने की सूचना आई तो मां बदहवास होकर उस घड़ी को कोस रही थी जिस घड़ी में शिवा घर से जाने दिया था।
दुबई जा रहा हूं चलना है क्या
17 वर्षीय अनुभव बुंदेला के पिता प्रदीप बुंदेला कारीगर हैं। अनुभव ने इसी वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी। अनुभव दो भाइयों में छोटा था। उसके पिता सोमवार को काम पर चले गए थे। दोपहर में अनुभव ने जब अपने अंडर गारमेंट्स उठाए तो मां रागिनी ने पूछा कि दोपहर में कपड़े लेकर कहां जा रहा है। इस पर अनुभव ने तपाक से जवाब दिया कि दुबई जा रहा हूं चलना है क्या, अभी आ जाऊंगा। पुत्र के इतने शब्द के कुछ घंटों बाद उसकी मौत की सूचना आई। इन्हीं शब्दों को सोच-सोचकर मां बार-बार बेसुध हो रही थी।
वाटर पार्क की योजना बना रहे थे पांचों दोस्त
16 वर्षीय हेमंत पुत्र शिवरतन यादव निवासी बोहदपुरा के कोचिंग के सभी दोस्त थे। एक दोस्त का बर्थडे होने के बाद सभी ने योजना बनाई कि वह बोहदपुरा के पास इंद्रप्रस्थ वाटर पार्क में जाकर बर्थ डे मनाएंगे। इसके बाद पांचों दोस्तों का प्लान बदल गया और वह सभी एक बाइक व स्कूटी पर सवार होकर सलाघाट चले गए। इसके बाद किसी को नहीं पता था कि अब वह घर कभी नहीं लौटेंगे।