नई दिल्ली। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राजस्थान विधानसभा चुनाव में उसके पक्ष में लहर होने के बारे में समाचार या राय के रूप में विज्ञापन दे रही है। भाजपा ने निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है।केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
इसमें भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह लोगों को राज्य में सत्ता में आने पर उसकी गारंटी का लाभ पाने के लिए मोबाइल नंबर पर मिस्ड काल देने के लिए कह रही है। इस तरह से वह भ्रष्ट तरीकों का सहारा ले रही है। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता अमित मालवीय और ओम पाठक भी शामिल थे। मांडविया ने कहा कि इससे यह धारणा बनती है कि केवल उन्हीं लोगों को लाभ मिलेगा, जो स्वयं को पंजीकृत करेंगे और अन्य को नहीं। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य मतदाताओं को गुमराह करना है।
प्रसाद ने भाजपा की एक अन्य शिकायत को रेखांकित किया, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस ने राज्य में अपने पक्ष में लहर होने को लेकर कुछ प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में हिंदी में विज्ञापन जारी किए। उन्होंने कहा कि इसे इस तरह से पेश किया गया है, जिससे मतदाताओं के दिमाग में यह धारणा बने कि यह एक सर्वेक्षण के बाद प्रकाशित एक समाचार या राय है।उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह आदर्श आचार संहिता और विज्ञापन पर भारतीय प्रेस परिषद के दिशा निर्देशों का भी उल्लंघन है।
सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि उक्त विज्ञापन झूठा, तुच्छ और पूरी तरह से असत्यापित है, जो वास्तविक तथ्यों और रिकार्ड पर उपलब्ध आंकड़ों के विपरीत है। पार्टी ने इस मामले में संबंधित समाचार पत्रों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
इसमें कहा गया है कि निर्वाचन आयोग को कांग्रेस को निर्देश देना चाहिए कि वह सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और इस आशय का स्पष्टीकरण दे कि पार्टी के पक्ष में कोई लहर नहीं है। मिस्ड काल विज्ञापन के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा के ज्ञापन में कहा गया है, मिस्ड काल देना और बदले में काल करने वाले को एक पंजीकरण नंबर मिलनाज् यह मतदाताओं को कूपन वितरित करने जैसा है। यह एक भ्रष्ट प्रथा है।