नैनीताल: शहर में शीतकाल के दौरान वर्षा नहीं होने का असर गर्मी की शुरूआत में ही दिखने लगा है। वर्षा की यह बेरुखी नैनी झील की सेहत पर भी भारी पड़ रही है।
लगातार गिरते हुए झील का जलस्तर 3.10 फीट पहुंच गया है। जिससे झील किनारे बड़े-बड़े डेल्टा उभर आए है। गर्मी की शुरूआत में ही जलस्तर गिरने से सिंचाई विभाग की चिंता भी बढ़ गई है।
इस शीतकाल मौसम सूखा रहा
बता दें कि मानसून के दौरान वर्षा से झील लबालब भरी रहती है। मानसून खत्म होने के बाद जलस्तर में गिरावट आने लगती है। मगर शीतकाल में वर्षा व बर्फबारी से गिरते जलस्तर में सुधार आने लगता है।
पर्याप्त वर्षा होने से झील से जुड़े प्राकृतिक जलस्रोत रिचार्ज रहते है जो गर्मियों तक झील का पानी की आपूर्ति करते रहते हैं। मगर इस शीतकाल मौसम सूखा रहा।
बेहद कम वर्षा से प्राकृतिक जलस्रोत रिचार्ज नहीं हो सके। जिसका असर गर्मी की शुरूआत में ही दिखने लगा है। झील के जलस्तर में रोजाना करीब पौन इंच की गिरावट हो रही है।
झील का जलस्तर 3.10 फीट पहुंच गया है। जोकि बीते वर्ष आज ही के दिन 5.6 फीट था। लगातार जलस्तर गिरने से किनारों पर डेल्डा उभर आए हैं। अगर यही स्थिति रही तो गर्मियों में झील को सूखे का संकट झेलना पड़ेगा।