हमीरपुर। हमीरपुर महोबा तिंदवारी लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए गए अजेंद्र सिंह राजपूत का टिकट नहीं काटा जाएगा। प्रत्याशी बदलने की बात दरकिनार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बूथ स्तर से तैयारी शुरू कर पार्टी को जिताने का काम सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता शुरू कर दें। अब समय बहुत कम है।
वहीं कांग्रेस के साथ सपा के गठबंधन पर बोले कि दोनों लोग सामंजस बनाकर एक रणनीति को तहत चुनाव में जुटकर जीत दिलाएं।
लखनऊ कार्यालय में बुलाई गई बैठक में मौजूद हमीरपुर के सपा जिलाध्यक्ष इदरीश खान ने बताया कि शुक्रवार को मोबाइल फोन के माध्यम से सूचना मिली शनिवार को राजधानी में चुनावी बैठक में हिस्सा लेना है। इसमें संसदीय क्षेत्र में शामिल हमीरपुर, राठ, महोबा, चरखारी व तिंदवारी क्षेत्र के पांच विधानसभा अध्यक्ष के अलावा पूर्व में हुए विधानसभा के पांचों प्रत्याशी समेत हमीरपुर, महोबा व बांदा के सपा जिलाध्यक्ष समेत 13 पदाधिकारी शामिल होंगे।
बताया कि बैठक शुरू हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि हमीरपुर संसदीय सीट से घोषित प्रत्याशी को बदला नहीं जाएगा। इस ओर से ध्यान हटाकर पार्टी की जीत के लिए जुट जाएं। गठबंधन से हमें मजबूती मिली है। घर-घर जाकर मतदाताओं को पार्टी के नीतियों से अवगत कराएं। जिलाध्यक्ष ने बताया कि इस बैठक के बाद सभी में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और अब कांग्रेस के साथ मिलकर पार्टी युद्धस्तर से चुनावी समर में उतर कर पार्टी को जीत दिलाएंगे।
क्षेत्र में चुनावी निष्क्रियता का मामला पहुंचा राजधानी
संसदीय क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी की निष्क्रियता का मामला राजधानी में बैठे सपा के आला पदाधिकारियों के पास तक पहुंच गया था। इसे लेकर कार्यकर्ताओं का मनोबल लगातार गिरता जा रहा था। इस कारण पार्टी की इस बैठक को बुलाना अनिवार्य हुआ और पार्टी के अध्यक्ष द्वारा यह साफ किया गया कि प्रत्याशी बदला नहीं जाएगा और सभी लोग चुनाव में जुट जाएं।
गौरतलब है कि गठबंधन के प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अभी तक अजेंद्र सिंह राजपूत एक बार भी हमीरपुर नहीं आए। इससे कार्यकर्ताओं में भी चुनावी हलचल नहीं दिख रही थी। वहीं बीते विधानसभा चुनाव में सपा से टिकट में मिलने के एक सप्ताह के बाद अजेंद्र सिंह का टिकट काट दिया गया था। जिसे लेकर भी कार्यकर्ता चिंतित दिखाई दे रहे थे।